इन दिनों बिहार का शिक्षा विभाग सुर्खियों में है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पहले भी रामचरित मानस पर दिए गए बयान से विवादों में रहे हैं। हाल में शिक्षा मंत्री और विभाग के आईएएस अधिकारी केके पाठक का विवाद चर्चा में है। इस बीच शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि जो लोग मंसूबा पाल रखे हैं, वह सफल नहीं होंगे।
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर शुक्रवार को राजद कार्यालय पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मुलाकात की। वहां से निकलने के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति को लेकर राजद कार्यालय में बैठक हुई है, उसी चर्चा में शामिल होने के लिए आए थे। शिक्षा नीति पर तमाम लोग अपनी राय दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि राजद और सरकार शिक्षा के बाजारीकरण से किसी भी स्तर पर अपने को अलग करेगी। राजद प्रदेश कार्यालय में इसलिए आज शिक्षा नीति पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि आगे भी इस पर चर्चा जारी रहेगी।
मुख्य सचिव केके पाठक से चल रही नाराजगी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मीडिया ने जो मंसूबा पाल रखा है, उस मंसूबे में मीडिया कभी भी कामयाब नहीं होगा।
बता दें कि शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर के सरकारी आप्त सचिव ने विभाग के अपर मुख्य सचिव को लेकर एक पीत पत्र लिखा था। पत्र में लिखा गया था कि ऐसा देखा जा रहा है कि कई मामलों में सरकार की कार्य संहिता के हिसाब से काम नहीं कराए जा रहे हैं। इस पत्र के जवाब में आप्त सचिव को ही कड़ी फटकार लगी।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर निदेशक प्रशासन की तरफ से उनके कार्यालय में प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई। इस मामले को लेकर गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने आवास पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और आईएएस केके पाठक से मुलाकात की थी।
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Source : IANS