हरियाणा डेड बोरवेलों को फिर से चालू कर रहा : डिप्टी सीएम

हरियाणा डेड बोरवेलों को फिर से चालू कर रहा : डिप्टी सीएम

हरियाणा डेड बोरवेलों को फिर से चालू कर रहा : डिप्टी सीएम

author-image
IANS
New Update
Chandigarh Haryana

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को कहा कि सरकार 1,100 करोड़ रुपये के बजट आवंटन के साथ डेड बोरवेलों को चालू (रिवाइव) कर रही है। फरीदाबाद में दुष्यंत चौटाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए आवाज फाउंडेशन और रोटरी क्लब द्वारा बंद पड़े 100 बोरवेलों को फिर चालू करने के लिए एक अभियान शुरू करने का ऐलान किया।

Advertisment

उन्होंने कहा कि भूजल स्तर में गिरावट के परिणामस्वरूप फरीदाबाद में बड़ी संख्या में बोरवेल ने काम करना बंद कर दिया है। बड़ी संख्या में लोगों को पोर्टेबल पेयजल नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जब यह मामला संज्ञान में आया तो एक विशेषज्ञ एजेंसी को काम पर रखा गया जिसने अध्ययन किया।

हमारे संज्ञान में आया है कि महाराष्ट्र में लोग बंद हुए बोरवेलों को चालू करने पर काम कर रहे हैं। पूरा काम आवाज फाउंडेशन और रोटरी क्लब द्वारा किया गया। अब यह परियोजना फरीदाबाद शहर में शुरू की जा रही है और शुरुआत में 100 बोरवेल चालू होंगे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना में एक बोरवेल पर 50,000 रुपये खर्च होंगे। इसमें रोटरी क्लब और आवाज फाउंडेशन संयुक्त रूप से योगदान देंगे।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के बाद अन्य संस्थाओं के सहयोग से धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में इसकी शुरुआत होगी। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के कई जिले ऐसे हैं, जहां पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है, खासकर यमुना के किनारे के जिलों में।

उन्होंने कहा कि सरकार जल संरक्षण की दिशा में आगे आई है। घरों के निर्माण के दौरान रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना जरूरी है। वहीं अगर कोई किसान इस वाटर रिचार्ज बोर सिस्टम को अपने खेतों में लगाना चाहता है तो सरकार उसे 75 फीसदी तक की सब्सिडी दे रही है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे वह किसान हो या सरकार, जब तक हम एक जिम्मेदार नागरिक की तरह काम नहीं करते, इस गंभीर मुद्दे को हल नहीं किया जा सकता है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
Advertisment