चमोली में तबाही के प्रभावितों के लिए हेल्पलाइन नंबर, अफवाहों से बचने की अपील
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत न सिर्फ मौके पर जाय़जा लेने के लिए रवाना हो गए है, बल्कि सरकार ने हेल्प लाइन नंबर जारी कर लोगों से अफवाहों से बचने की सलाह भी दी है.
चमोली:
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही की आशंका जताई जा रही है. ग्लेशियर की चपेट में आए बांध के टूटने से धौली गंगा में आई बाढ़ के मद्देजनर किनारे बसे इलाकों के लिए अलर्ट जारी कर दी गई है. इस बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत न सिर्फ मौके पर जाय़जा लेने के लिए रवाना हो गए है, बल्कि सरकार ने हेल्प लाइन नंबर जारी 9557444486 और 1070 जारी कर लोगों से अफवाहों से बचने की सलाह भी दी है. इसके साथ ही बचाव कार्य तेज कर दिया गया है. उत्तराखंड में केदारनाथ जैसी तबाही के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा-निर्देश जारी कर प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है. इस त्रासदी में 55 लोगों के बहने की आशंका भी जताई गई है.
चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सचेत कर दिया गया है. लोगों से अपील की गई है कि वे नदियों से दूरी बनाकर रखें. ग्लेशियर टूटने के बाद सभी संबंधित जिलों को भी अलर्ट कर दिया गया है. चमोली जिला प्रशासन, एसडीआरएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं. प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि वे गंगा नदी के किनारे न जाएं.
अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
खबरों के मुताबिक ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है. प्रभावित इलाकों में SDRF की कई टीमें पहुंच चुकी हैं. राहत और बचाव कार्य शुरू हो गया है. ग्लेशियर टूटने की वजह से धौलीगंगा नदी में भारी बाढ़ आ गई है. बांध टूटने की वजह से नदियों के किनारे बसे गांवों को खाली कराया जा रहा है. ITBP के 200 से भी ज्यादा जवानों को राहत और बचाव कार्य में लगा दिया गया है.
ताजा जानकारी के मुताबिक अभी तक 55 से भी ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है, इसके अलावा कई घरों के भी बहने की खबरें आ रही हैं. भागीरथी नदी के बहाव को रोक दिया गया है. अलकनंदा के पानी के प्रवाह को रोकने के लिए श्रीनगर बांध और ऋषिकेश बांध को खाली कर दिया गया है. गंगा नदी के तट पर मौजूद सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. नदियों के जल स्तर की चौबीसों घंटों निगरानी के भी आदेश दिए गए हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी फ्लड कंपनी को उच्चतम अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के संबंधित विभागों और अफसरों को हाई अलर्ट पर रख दिया है. योगी ने अधिकारियों को परिस्थितियों पर नजर रखने के आदेश दिए हैं. उत्तराखंड में आई तबाही को देखते हुए उत्तर प्रदेश में भी SDRF को अलर्ट कर दिया गया है.
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