चैत्र नवरात्र का पहला दिन, जानिए मां शैलपुत्री की पूजा का महत्व और विधि

शारदीय नवरात्र आज से पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। अगले नौ दिनवों तक मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा की जाएगी। पहले दिन मां के रूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है।

शारदीय नवरात्र आज से पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। अगले नौ दिनवों तक मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा की जाएगी। पहले दिन मां के रूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है।

author-image
sankalp thakur
एडिट
New Update
चैत्र नवरात्र का पहला दिन, जानिए मां शैलपुत्री की पूजा का महत्व और विधि

पहले दिन मां के रूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है

शारदीय नवरात्र आज से पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। अगले नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा की जाएगी। पहले दिन मां के रूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है।कहा जाता है कि पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण इनका मां का नाम शैलपुत्री पड़ा। शैलपुत्री नंदी नाम के वृषभ पर सवार होती हैं और इनके दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का पुष्प है।

Advertisment

ऐसी है मान्यता

1-ऐसा माना जाता है कि मां शैलपुत्री की पूजा से अच्छी सेहत मिलती है।

2-शैलपुत्री का पूजन करने से ‘मूलाधार चक्र’ जागृत होता है और यहीं से योग साधना आरंभ होती है, जिससे अनेक प्रकार की शक्तियां प्राप्त होती हैं। इसलिए नवरात्र के प्रथम दिन की उपासना में साधक अपने मन को ‘मूलाधार’ चक्र में स्थित करते हैं।

और पढ़ें: चैत्र नवरात्र की शुरुआत, पीएम मोदी और सीएम योगी भी रखेंगे उपवास

पूजा की विधि

1- कलश स्थापना से इनकी पूजा शुरू की जाती है। इनकी पूजा में सभी तीर्थों, नदियों, समुद्रों, नवग्रहों, दिक्पालों, दिशाओं, नगर देवता, ग्राम देवता सहित सभी योगिनियों को भी आमंत्रित किया जाता और कलश में उन्हें विराजने के लिए प्रार्थना सहित उनका आहवान किया जाता है।

2-मां शैलपुत्री के चरणों में गाय का घी अर्पित करने से मां प्रसन्न होती है।

ये भी पढ़ें: चैत्र नवरात्रि 2017: जानें, इस नवरात्रि में क्या करें और क्या न करें

Source : News Nation Bureau

chaitra navratri Maa Shailputri
      
Advertisment