पाकिस्तान के बालाकोट और पीओके में आतंकवादी शिविरों पर किए गए एयर स्ट्राइक को लेकर विपक्षी पार्टियों द्वारा सबूत मांगे जाने के मामले में केंद्रीय मंत्री एसएस अहलुवालिया ने जवाब दिया है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस हमले का मकसद मानवीय क्षति पहुंचाना नहीं बल्कि एक संदेश देना था कि भारत दुश्मन के इलाके में घुसकर प्रहार कर सकता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि न तो प्रधानमंत्री और न ही किसी सरकारी प्रवक्ता ने हवाई हमले के हताहतों पर कोई आंकड़ा दिया है.
सिलिगुड़ी में शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान अहलुवालिया ने कहा, 'एयर स्ट्राइक में जो आंकड़े आए वो भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया की ओर से बताया गया जो मारे गए आतंकवादियों की अपुष्ट संख्या की चर्चा कर रही थी'
उन्होंने संवाददाताओं से सवाल किया, ‘हमने भारतीय मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में खबरें देखी हैं और यह भी देखा कि पीएम मोदी ने क्या कहा था. हवाई हमले के बाद मोदी की रैली हुई और उन्होंने हताहतों की संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा. मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोदी या किसी सरकारी प्रवक्ता या हमारे पार्टी अध्यक्ष ने कोई आंकड़ा दिया है?’
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दूसरी ओर, अहलुवालिया की टिप्पणी वाले वीडियो को सीपीएम ने अपने ट्विटर हैंडल पर डालकर सवाल किया है, ‘क्या सरकार अपने इस दावे से पीछे हट रही है कि उसने पाकिस्तान में आतंकवादी शिविर को निशाना बनाया? ’जब अहलुवालिया से इस बारे में पूछा गया उन्होंने दोहराया कि न तो सरकारी अधिकारियों ने और न ही किसी मंत्री ने हताहतों का कोई आंकड़ा दिया है.
अहलुवालिया ने कहा, ‘मुझसे पूछा गया कि क्या आप सरकार के बयान के साथ हैं या भारतीय मीडिया की खबरों के साथ हैं जिसने कहा कि 300-350 आतंकवादी मारे गए, मैं सरकार के बयान के साथ हूं. मैं कैसे मीडिया के बयान का समर्थन कर सकता हूं.’
बता दें कि 26 फरवरी को पाकिस्तान में हुए एयर स्ट्राइक पर विपक्षी दल के कुछ नेता सबूत मांग रहे हैं. जिसे लेकर बीजेपी उनपर निशाना साध रही है.
Source : PTI