सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से सरकार और विपक्ष के नेताओं में वाकयुद्ध जोरों पर है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने तो पुलवामा की घटना को हादसा बता दिया. उसके बाद सरकार और बीजेपी की ओर से कई नेताओं ने उनके बयान की निंदा की और तमाम सवाल उठाए. सरकार की ओर से केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, कांग्रेस के नामी गिरामी नेताओं में सेना के मनोबल को तोड़ने की होड़ लगी हुई है. क्या ये वही कांग्रेस है जिसकी अगुवाई में 1971 का युद्ध लड़ा गया था. News Nation के सवाल के जवाब में रविशंकर प्रसाद ने कहा, प्रधानमंत्री का कहना है कि आतंकवाद के खिलाफ प्रामाणिक लड़ाई लड़ी जाएगी.
रविशंकर प्रसाद बोले- पहला नाम दिग्विजय सिंह का है जो पुलवामा की घटना को दुर्घटना बता रहे हैं. ये कांग्रेस पार्टी की सोच है, लेकिन आप दिग्विजय सिंह से और क्या उम्मीद कर सकते हैं. दिल्ली में एक घटना हुई थी, बटला हाउस की. उसमें उनका बयान आपको याद होगा, जो ओसामा जी और हाफिज जी बोलते हैं.
दूसरे हैं कपिल सिब्बल- क्या कहा जाए इनके बारे में. ये 10 साल मंत्री रहे हैं. ये लंदन जाते हैं, वहां ये सबूत नहीं मांगते हैं. तीसरे है चिदंबरम साहब. ये निजी परेशानी में हैं. गोखले साहब ने क्लियर कहा था कि आतंकी ठिकानों पर हमला हुआ था लेकिन कोई सिविलियन हताहत नहीं हुआ था.