पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा और जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक स्थिति को लेकर कांग्रेस के हमले का केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाबी हमला बोला और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. रविशंकर प्रसाद ने कहा, कांग्रेस और इमरान के स्वर में समानता है. कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है. जब पूरी दुनिया आतंकवाद पर भारत के साथ है तो कांग्रेस सवाल उठाकर क्या साबित करना चाहती है. पुलवामा हमले पर कार्रवाई को लेकर रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा 100 घंटे के अंदर पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड को सेना ने मार गिराया. हमने यह तय किया कि आतंकवाद भी बढ़ेगा और ट्रेडिंग भी होगा ये नहीं चलेगा. मोदी सरकार की सख्त कार्रवाई का जिक्र करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, पाकिस्तान को हमने अलग-थलग कर दिया और कार्रवाई करते हुए एमएफएन का दर्जा वापस ले लिया और 200 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगा दी.
उन्होंने कहा अलगवावादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई है तो कुछ लोगों को परेशानी हो रही है लेकिन कितना भी दबाव बना लें उन्हें वापस सुरक्षा नहीं मिलेगी. देश को मोदी सरकार पर पूरा भरोसा है.
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के दिन पीएम मोदी के प्रचार अभियान की शूटिंग करने का आरोप लगाते हुए आज कांग्रेस ने एनडीए सरकार से पांच सवाल पूछे थे.
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा था- हमले के बाद भी प्रधानमंत्री नौका विहार करते रहे. उनकी सभाएं नहीं रुकीं. मंत्रियों ने शहीदों के साथ सेल्फी ली. देश अभी शोक में डूबा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सैर-सपाटे के लिए विदेश दौरे पर चले गए हैं. पुलवामा हमला 3:10 बजे हुआ, सवा 5 बजे कांग्रेस का रिएक्शन आ गया था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकारी पैसे पर वहां पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में चाय समोसे खा रहे थे.
उन्होंने कहा- शहीदों के ताबूत पीएम नरेंद्र मोदी का इंतजार करते रहे, लेकिन वे वहां लेट से पहुंचे. हमले के बाद 4 घंटे तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम कार्बेट में मौज-मस्ती करते रहे. हमले के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभाएं और उद्घाटन कार्यक्रम नहीं रुका.
कांग्रेस के पांच सवाल
- गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की विफलता क्यों स्वीकार नहीं की?
- आतंकियों को आरडीएक्स और रॉकेट लांचर कैसे मिले?
- जैश की धमकी को क्यों नजरंदाज किया गया?
- हवाई मार्ग से सीआरपीएफ के जवानों को क्यों नहीं ले जाया गया?
- 56 महीनों में 488 जवान शहीद क्यों हुए? जबकि प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि जवानों की शहादत अब नहीं होगी.
कांग्रेस के हर सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आतंकियों के खिलाफ मोदी सरकार की सख्त कार्रवाई का आंकड़ा पेश करते हुए कहा, साल 2015-18 के बीच कुल 728 आतंकी घाटी में मारे गए जबकि कांग्रेस शासन के समय चार साल 2011-14 में सिर्फ 311 आतंकी मारे गए थे.
Source : News Nation Bureau