केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद में इस बात की जानकारी दी है कि कुवैत सरकार ने 15 भारतीयों की मौत की सजा को उम्रकैद में तब्दील किया है।
विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने एक लिखित जवाब देते हुए कहा है कि अन्य 119 भारतीय कैदियों की सजा को कुवैत शाह ने एक आदेश जारी कर कम किया है।
हालांकि उनके स्टेटमेंट में समय की जानकारी नहीं दी गई है कि उनकी सजा कब खत्म हो रही है न ही दोषियों के बारे में कोई जानकारी दी गई है।
119 दोषियों में से 53 भारतीयों को उम्रकैद से सजा कम करके 20 साल की गई है। वहीं 22 को तुरंत ही छोड़ा जाएगा। इसके अलावा 18 की सजा को 75 फीसदी तक कम किया गया है। 25 भारतीयों की सजा को आधा किया गया है वहीं एक की सजा को एक चौथाई कम किया गया है।
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सिंह ने कहा, 'भारत सरकार की मिडिल ईस्ट देशों से लगातार द्विपक्षीय वार्ता जारी है। हम उन भारतीयों का मुद्दा उठाते हैं जो कि उनकी जेलों में बंद हैं। हमने उनसे (देशों से) संवेदनात्मक रवैया रखने को कहा है।'
वहीं एक अन्य प्रश्न के जवाब में दूसरे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने यरुशलम जाने वाले भारतीयों को सब्सिडी देने की प्रपोजल को मना किया है। उन्होंने कहा कि यरुशलम केवल जेउस के लिए नहीं बल्ककि मुस्लिम और ईसाईयों के लिए भी पवित्र शहर है।
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Source : News Nation Bureau