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मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला, अब प्रधानमंत्री भी चलेंगे बिना लाल बत्ती के

मोदी सरकार ने वीआईपी कल्चर खत्म करने को लेकर बड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री समेत केंद्रीय मंत्रियों के लाल बत्ती के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।

Updated on: 19 Apr 2017, 07:07 PM

highlights

  • मोदी कैबिनेट ने केंद्रीय मंत्रियों के लाल बत्ती के इस्तेमाल पर लगाई रोक
  • मजदूर दिवस के दिन यानी 1 मई को लागू किया जाएगा फैसला
  • राष्ट्रपति, चीफ जस्टिस, उपराष्ट्रपति, स्पीकर और प्रधानमंत्री को इससे छूट होगी

नई दिल्ली:

मोदी सरकार ने वीआईपी कल्चर खत्म करने को लेकर बड़ा फैसला लिया है। 1 मई से केंद्रीय मंत्रियों और अफसरों की गाड़ी पर लाल बत्ती नहीं लगेगी। यहां तक कि प्रधानमंत्री को भी लाल बत्ती लगाने की इजाज़त नहीं होगी। 

मोदी सरकार यह संदेश देना चाहती है कि उसके मंत्री वीआईपी कल्चर से दूर रहेंगे। इसके अलावा, ये फैसला राज्य सरकार पर भी लागू होगा। हालांकि, इमर्जेंसी सर्विसेज को नीली बत्ती के इस्तेमाल की इजाजत रहेगी।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संवाददाताओं से कहा, 'एक मई से देश में किसी को भी आधिकारिक वाहनों पर लाल बत्ती लगाने की अनुमति नहीं होगी। इस मामले में कोई भी अपवाद नहीं होगा।'

जेटली ने साथ ही कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को फ्लैशर के साथ नीली बत्ती के इस्तेमाल की इजाजत देने वाले कानून में भी बदलाव कर दिया गया है।

जेटली ने कहा, 'केवल परिभाषित आपातकालीन सेवाओं को ही फ्लैशर के साथ नीली बत्ती लगाने की इजाजत होगी।'

सड़क परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी ने कहा, 'इमरजेंसी में लाल बत्ती का इस्तेमाल करेंगे। मैंने अपनी कार से लाल बत्ती को आज (19 अप्रैल) हटा दिया है।'

सड़क परिवहन मंत्रालय लंबे समय से इसपर काम कर रहा था।प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) इस मुद्दे पर चर्चा कर चुका है।

आपको बता दें की इससे पहले पंजाब कि अमरिंदर सरकार ने महत्वपूर्ण गाड़ियों को छोड़कर सभी गाड़ियों पर लालबत्ती पर बैन लगा दिया था।

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