logo-image

भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार गेल अधिकारी की सीबीआई हिरासत और 6 दिन बढ़ी

भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार गेल अधिकारी की सीबीआई हिरासत और 6 दिन बढ़ी

Updated on: 18 Jan 2022, 02:05 AM

नई दिल्ली:

भ्रष्टाचार के आरोप में रविवार को गिरफ्तार गेल के मार्केटिंग डयरेक्टर ई.एस. रंगनाथन की सीबीआई हिरासत सोमवार को और छह दिन बढ़ा दी गई।

इस सिलसिले में शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। उनकी पहचान पवन गौर, रामकृष्णन नायर, राजेश कुमार, सौरभ गुप्ता और आदित्य बंसल के रूप में हुई है। अदालत ने रंगनाथन और दो अन्य को एक दिन के रिमांड और अन्य को तीन से छह दिन की एजेंसी की हिरासत में रखने को कहा था।

सीबीआई ने रंगनाथन की एक दिन की हिरासत खत्म होने के बाद सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया और उनसे और पूछताछ के लिए समय मांगा। दलीलें सुनने के बाद अदालत ने सीबीआई की याचिका स्वीकार कर ली और रंगनाथन को छह दिन की रिमांड पर भेज दिया।

सीबीआई ने कहा, गेल के अधिकारी को पेट्रो उत्पादों की खरीद पर छूट आदेश जारी करने के लिए व्यापारियों से कथित रूप से रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। शनिवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने सोमवार को ेरंगनाथन, गुप्ता और बंसल को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।

उनके साथ गौर, नायर और राजेश कुमार को भी छह दिन की हिरासत में भेज दिया गया।

सीबीआई ने शनिवार को कथित रिश्वत मामले में रंगनाथन के आवास और एनसीआर स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी की थी।

आरोपियों के परिसरों से तलाशी के दौरान 1.29 करोड़ रुपये नकद, 1.3 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और अन्य कीमती सामान बरामद किया गया।

सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि रंगनाथन के गौर और राजेश कुमार के साथ आपराधिक साजिश में शामिल होने की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार को इस संबंध में मामला दर्ज किया गया था।

ये दोनों व्यक्ति कथित तौर पर गेल द्वारा बेचे गए पेट्रो रसायन उत्पादों को खरीदने वाली निजी कंपनियों से रिश्वत प्राप्त करके उसके बिचौलिए के रूप में काम कर रहे थे।

सीबीआई के एक सूत्र ने कहा, हमें बताया गया कि राजेश के निर्देश पर पवन ने रंगनाथन से गेल द्वारा बेचे जा रहे पेट्रोकेमिकल उत्पादों पर खरीदारों को कुछ छूट देने की अनुमति मांगी थी। वे कई बार नोएडा में मिले थे।

राजेश कुमार ने रिश्वत की राशि लेने के लिए अन्य डीलरों से संपर्क किया, जो छूट के संभावित लाभार्थी हो सकते हैं।

दिसंबर में राजेश कुमार ने लाभार्थी पक्षकारों से मांगी गई रिश्वत की राशि एकत्र कर रंगनाथन के लिए पवन को सुपुर्द कर दी थी।

रंगनाथन के निर्देश पर गुरुग्राम के कारोबारी एन. रामकृष्णन नायर ने गौर से 40 लाख रुपये वसूल किए।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.