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सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा में 100 फीसदी ट्रांसजेंडर छात्र हुए पास

सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा में 100 फीसदी ट्रांसजेंडर छात्र हुए पास

Updated on: 30 Jul 2021, 10:55 PM

नई दिल्ली:

सीबीएसई ने शुक्रवार को 12वीं बोर्ड के नतीजे घोषित किए हैं। सीबीएसई द्वारा घोषित किए गए 12वीं के रिजल्ट में कुल 99.37 फीसदी छात्र पास हुए हैं। इसमें जहां 99.13 फीसदी लड़के और 99.67 प्रतिशत लड़कियां पास हुईं, वहीं ट्रांसजेंडर छात्रों का रिजल्ट 100 फीसदी रहा है।

बोर्ड की तरफ से जारी रिजल्ट के मुताबिक, साल 2021 में 12वीं के कुल 6149 स्टूडेंट्स को कंपार्टमेंट कैटेगरी में रखा गया है। ट्रांसजेंडर छात्रों का रिजल्ट 100 फीसदी रहने के कारण इस बार कोई भी ट्रांसजेंडर छात्र न तो अनुत्तीर्ण छात्रों की श्रेणी में रखा गया न ही कंपार्टमेंट कैंटेगरी में ट्रांसजेंडर छात्रों का नाम है।

प्रसिद्ध शिक्षाविद् सीएस कांडपाल के मुताबिक, ट्रांसजेंडर छात्रों का शत प्रतिशत रिजल्ट न केवल ट्रांसजेंडर छात्रों के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणादायक उपलब्धि है।

वहीं सरकारी स्कूलों ने भी नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। सरकारी स्कूलों बीते वर्ष जहां सरकारी विद्यालयों में 94.94 छात्र 12वीं कक्षाओं में उत्तीर्ण हुए थे, वहीं इस वर्ष 99.72 प्रतिशत छात्र 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों का रिजल्ट भी पिछली बार के मुकाबले काफी बेहतर हुआ है।

यदि स्वतंत्र विद्यालयों की बात की जाए तो यहां इस बार में 99.22 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। पिछले वर्ष यहां 88.22 छात्र प्रतिशत छात्र पास हुए थे।

सीबीएसई 12वीं बोर्ड के नतीजे पर हेरिटेज एक्सपीरिएंशियल लर्निग स्कूल की प्रिंसिपल नीना कौल ने कहा, हमारे विद्यार्थियों के इस साल के परिणाम भी पिछले वर्षों के अनुरूप रहे हैं। इस साल हमारा औसत 93.5 प्रतिशत रहा है। आंतरिक मूल्यांकन की हमारी सशक्त प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप हम सीबीएसई के मूल्यांकन मानक लागू करने और प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में सफल रहे। हम विद्यार्थियों के प्रदर्शन से बहुत खुश हैं और एक नई यात्रा पर उन सभी के सुनहरे भविष्य की कामना करते हैं।

सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि इस बार 12वीं बोर्ड का रिजल्ट हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण था, क्योंकि अबकी बार हमने कॉपियों को चेक नहीं किया। अब की बार बच्चों की परीक्षाएं नहीं ली गई थी। बिना किसी परीक्षा कराए हमें छात्रों का रिजल्ट घोषित करना था। ऐसी परिस्थिति में हमारा प्रयास रहा कि छात्रों का परिणाम उसी तरह घोषित किया जाए, जिस तरह परीक्षा होने पर घोषित किया जाता है। हम अपने इस प्रयास में कामयाब रहे हैं। हम बेहद कठिन समय में रिजल्ट सफलतापूर्वक घोषित करने में सफल रहे हैं।

संयम भारद्वाज ने कहा, पहली बार जब कोविड आया तो हमने अपनी तैयारी तभी शुरू कर दी थी। लेकिन कोविड की पहली लहर जाने के बाद हमें लगा था कि अब हम सामान्य प्रक्रिया अपना सकेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब हमने जो प्रक्रिया बनाई है, उसके तहत छात्रों की दो बार परीक्षा ली जाएगी। हम प्रयास करेंगे कि छात्रों की परीक्षा दो बार ली जा सके। यदि पहला एग्जाम ही हो सके तो बहुत अच्छा है और यदि दूसरा एग्जाम हो सके तो भी बहुत अच्छा है। हम इन तैयारियों के आधार पर अगले वर्ष छात्रों का रिजल्ट घोषित कर सकेंगे।

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