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विज्ञापनों पर केंद्र ने एक साल खर्च किए 713.20 करोड़ रुपये : आरटीआई

आईटीआई एक्टिविस्ट जतिन देसाई ने कहा, "इसके लिए प्रतिदिन लगभग 1.95 करोड़ रुपये खर्च किया गया, जो केवल पिछले वित्त वर्ष के हैं, इसमें लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भी शामिल है."

Updated on: 31 Oct 2020, 10:45 PM

नई दिल्ली:

भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2019-2020 के दौरान विज्ञापनों पर 713.20 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें सबसे ज्यादा खर्च इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर हुए. इसकी जानकारी मुंबई के एक एक्टिविस्ट को आईटीआई के जवाब में शनिवार को मिली.

आईटीआई एक्टिविस्ट जतिन देसाई ने कहा, "इसके लिए प्रतिदिन लगभग 1.95 करोड़ रुपये खर्च किया गया, जो केवल पिछले वित्त वर्ष के हैं, इसमें लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भी शामिल है."

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन (बीओअर) ने देसाई की आईटीआई क्वेरी के जवाब में कहा कि केंद्र ने इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और आउटडोर मीडिया में विज्ञापनों पर 713.20 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.

इसमें इलेक्ट्रॉनिक के लिए 317.05 करोड़ रुपये, प्रिंट के लिए 295.05 करोड़ रुपये और आउटडोर मीडिया के लिए 101.10 करोड़ रुपये के विज्ञापन शामिल हैं.

देसाई ने कहा कि एक विशेष क्वेरी के अनुसार आरटीआई को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि विदेशी मीडिया में विज्ञापन जारी करने के लिए कितना पैसा खर्च किया गए हैं.