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'केंद्र अपना रहा छल वाली नीति, सरकार की चिट्ठी किसान संगठनों को चक्रव्यूह में लेने जैसा'

भारतीय किसान यूनियन उग्राह और किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने मंगलवार को अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस की. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जो चिट्ठी भेजी गई उसपर चर्चा है.

Updated on: 22 Dec 2020, 04:30 PM

नई दिल्ली:

भारतीय किसान यूनियन उग्राह और किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने मंगलवार को अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस की. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जो चिट्ठी भेजी गई उसपर चर्चा है, लेकिन जो चिट्ठी भेजी गई है, वो सरकार का बढ़ाया हुआ कदम किसान संगठनों को चक्रव्यूह में लेने का एक कदम है. हम कृषि बिल को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, जबकी चिट्ठी में सिर्फ संशोधन की बात है.

केंद्र सरकार से इसी को लेकर बातचीत टूट गई कि हमें संशोधन मंजूर नहीं है. यानी बात जहां टूटी थी, वहीं पर है. केंद्र छल वाली नीति अपना रहा है. चिट्ठी में कुछ भी ऐसा नहीं है कि जिस पर चर्चा हो. इस चिट्ठी में ये भी जिक्र नहीं कि किस से मीटिंग करवाएंगे. गृह मंत्री से कम मीटिंग करने की क्या उपियोगिता है. उन्होंने कहा कि फरियादी हैं हम, जो 1 महीने से आपके दरवाज़े पर बैठे हैं. जोगिंदर उग्राह ने कहा कि चिट्ठी को लेकर हमारी 2 जथेबंदियो की राय है. मीटिंग में जाना है या नहीं ये तय करेंगे.