रमजान को लेकर जम्मू-कश्मीर में एकतरफा सीजफायर के दौरान आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए इसे ईद के बाद हटाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक सुरक्षाबल और सेना कश्मीर घाटी में सीजफायर को रमजान के बाद आगे जारी रखने के पक्ष में नहीं है।
घाटी में तैनात सभी सुरक्षाबलों के बीच सीजफायर को लेकर अहम बैठक के बाद राज्य की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इसे ईद के बाद हटाया जा सकता है। हालांकि गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि सीजफायर को हटाने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक ईद के बाद सीजफायर को हटाया जाएगा लेकिन इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की जाएगी। हालांकि इस फैसले के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों को कॉम्बिंग ऑपरेशन और सर्च ऑपरेशन कभी भी शुरू करने की पूरी आजादी होगी। इसका मतलब यह हुआ की घाटी में एक बार फिर आतंकियों की शामत आ सकती है और ऑपरेशन ऑलआउट को शुरू किया जा सकता है।
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गौरतलब है कि रमजान शुरू होने से पहले जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के आग्रह पर केंद्र सरकार ने घाटी में सशर्त एकतरफा सीजफायर का ऐलान कर दिया था। इस फैसले के बाद सेना ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम ऑपरेशन ऑलआउट को बंद कर दिया था।
हालांकि इस सीजफायर के ऐलान का पाकिस्तान पर कोई असर नहीं पड़ा और न सिर्फ सीमा पर बल्कि कश्मीर घाटी में भी आतंकियों की घुसपैठ और वारदात में काफी बढ़ोतरी हुई। आतंकियों के इन हमले में सेना के कई जवानों को अपनी जाव गंवानी पड़ी जिसके बाद सरकार के एकतरफा सीजफायर के फैसले पर सवाल उठने लगे।
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Source : News Nation Bureau