मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रहमण्यम ने सरकारी विमान सेवा एयर इंडिया के अस्तित्व पर सवाल उठाएं हैं। उन्होंने कहा कि निजी हवाई सेवा कंपनियों के आने के बाद सरकारी हवाई सेवा एयर इंडिया की सेवा बेहतर हुई हैं लेकिन क्या इसका होना जरूरी है।
राष्ट्रीय विमान सेवा एयर इंडिया की आर्थिक स्थिति खराब है और सरकार की तरफ से दी गई बेल आउट पैकेज के कारण सेवा में हैं। एयर इंडिया ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान 105 करोड़ का मुनाफा कमाया था।
अरविंद सुब्रहमण्यम ने कहा, 'इंडिगो और जेट के रहते एयर इंडिया की बात और है.....लेकिन क्या एयर इंडिया को होना चाहिये'
उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा ने एयर इडिया की सेवा में काफी सुधार किया है।
एयर इंडिया पर 46570 करोड़ का कर्ज है। इसके बावजूद वित्त वर्ष 2015-16 में ये फायदे में रही।
2017-18 के आम बजट में एयरलाइन को 1800 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जो 30231 करोड़ की बेलआउट पैकेज के तहत ही है।
पिछले महीने सरकार ने संसद को बताया कि इस साल एयर इंडिया के ज्यादा लाभ कमाने की संभावना है।
Source : News Nation Bureau