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CDS जनरल रावत बोले- हमारे जवान अब कोरोना महामारी से लड़ेंगे

देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि वर्दी में हमारे पुरुषों और महिलाओं में बाधाओं को तोड़ने और हमेशा और हर समय अतिरिक्त मील चलने के लिए इच्छाशक्ति और समर्पण है. हम कर सकते हैं और हम करेंगे. अभी भी हमारे पास यात्रा करने के लिए लंबी दूरी है.

Updated on: 27 Apr 2021, 04:08 PM

highlights

  • सीडीएस ने तीनों सेनाओं के जवानों का बढ़ाया हौंसला
  • बोले- वर्दी में हमारे जवान किसी से भी लड़ने को तैयार

नई दिल्ली:

सीमा पर दुश्मनों से देश की रक्षा करने वाले हमारे जवान अब कोरोना को भी हराने के लिए आगे आ गए हैं. कोरोना वायरस की दूसरी लहर से देश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हाल बेहाल हो गया है. ऐसी संकट की घड़ी में एक बार फिर से सेना आगे आई है. भारतीय सेनाओं के जवान देश में तेजी के साथ अस्पतालों का निर्माण कर रहे हैं. हमारी वायुसेना ऑक्सीजन सप्लाई के काम में लगी हुई है. देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि वर्दी में हमारे पुरुषों और महिलाओं में बाधाओं को तोड़ने और हमेशा और हर समय अतिरिक्त मील चलने के लिए इच्छाशक्ति और समर्पण है. हम कर सकते हैं और हम करेंगे. अभी भी हमारे पास यात्रा करने के लिए लंबी दूरी है.

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उन्होंने तीनों सेनाओं के जवानों का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि सशस्त्र बलों के लिए इस अवसर पर उठने का समय है और समयबद्ध तरीके से COVID को हराने के लिए स्थानीय प्रशासन का सहयोग करें. कोरोना वायरस को लेकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कल पीएम मोदी से भू मुलाकात की थी. पीएमओ ने बताया था कि उन्होंने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए सशस्त्र बलों के जरिए की जा रही तैयारी और संचालन की समीक्षा की. सीडीएस जनरव बिपिन रावत ने पीएम को जानकारी दी कि पिछले 2 वर्षों में सेवानिवृत्त या पूर्व-परिपक्व सेवानिवृत्ति लेने वाले सशस्त्र बलों के सभी चिकित्साकर्मियों को कोविड केंद्रों में उनके वर्तमान निवास स्थान के निकट काम करने के लिए वापस बुलाया जा रहा है.

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जनरल बिपिन रावत ने पीएम मोदी को बताया था कि सेना से जो चिकित्सा अधिकारी सेवानिवृत्त हुए हैं, उनसे अनुरोध किया गया है कि वे अपनी सेवाएं चिकित्सा आपातकालीन हेल्पलाइन के माध्यम से परामर्श के लिए उपलब्ध कराएं. पीएम को यह भी बताया गया कि कमांड मुख्यालय, कोर मुख्यालय, डिवीजन मुख्यालय और नौसेना और वायु सेना के समान मुख्यालय में कर्मचारियों की नियुक्तियों पर सभी चिकित्सा अधिकारियों को अस्पतालों में नियुक्त किया जाएगा.

बता दें कि बीते 24 घंटे में देश में 3.23 लाख कोरोना के नए मामले सामने आए हैं, जो पिछले कुछ दिनों में कम आंकड़ा है. जबकि 2771 लोगों की मौत हुई है. देश में अचानक कोरोना के मामले बढ़ने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा भार पड़ा है. सबसे बड़ी मुश्किल इस वक्त बेड्स की कमी, ऑक्सीजन की सप्लाई, वेंटिलेटर को लेकर आ रही है. दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश हर जगह एक जैसा ही हाल है.