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सीडीएस बिपिन रावत( Photo Credit : फाइल फोटो)
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) को सरकार और ताकरवर बनाने जा रही है. अब सीडीएस को दो ज्वाइंट सेक्रेटरी का साथ मिलेगा जो उनके नीचे काम करेंगे. इससे न सिर्फ सीडीएस को काम करने में आसानी होगी बल्कि उनकी भावी योजनाओं को लागू कराने में इनकी भी बड़ी भूमिका होगी. एक जनवरी को ही सरकार ने बिपिन रावत को देश का पहला सीडीएस नियुक्त किया है.
CDS gets more manpower, two Joint Secretaries to work under him
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— ANI Digital (@ani_digital) January 10, 2020
तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए हाल ही में सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का नया पद बनाया है. बिपिन रावत ने देश के पहले सीडीएस का पद संभाल लिया है. बिपिन रावत ने पद संभालते ही कहा था कि सीडीएस कई लोगों की टीम के साथ मिलकर काम करेगा. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि समन्वित कार्रवाई के जरिए तीन सेवाओं के “1+1+1 का जोड़” “पांच या सात हो न कि तीन हो.” सीडीएस के रूप में पदभार ग्रहण करने वाले जनरल रावत ने कहा कि सेवाओं का समन्वित प्रयास सबका जोड़ नहीं होना चाहिए, बल्कि इससे कहीं अधिक होना चाहिए.
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दरअसल सीडीएस का काम तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ तालमेल का होगा. खास बात यह भी है कि सीडीएस सीधे तौर से थल सेना, वायुसेना और नौसेना के कामकाज में दखल नहीं देगा, लेकिन तीनों सेनाओं और सरकार के बीच तालमेल बनाने का काम जरूर करेगा.
ये हैं सीडीएस की दस बड़ी जिम्मेदारियां
1. चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) के चेयरमैन भी रहेंगे
2. रक्षा मंत्री के प्रमुख सलाहकार के रूप में काम करना होगा
3. परमाणु कमान प्राधिकरण के सैन्य सलाहकार भी होंगे
4. तीनों सेनाओं के प्रशासनिक कार्यों के साथ इनसे जुड़ी एजेंसियों, संगठनों तथा साइबर और स्पेस से संबंधित कार्यों की कमान भी होगी
5. रक्षा मंत्री की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद और एनएसए की अध्यक्षता वाली रक्षा नियोजन समिति के सदस्य भी होंगे
6. तीनों सेवाओं के परिचालन, लॉजिस्टिक्स, प्रशिक्षण, सहायक सेवाओं, संचार, मरम्मत एवं रखरखाव में समन्वय सुनिश्चित करना होगा
7. अवसंरचना का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के साथ तीनों सेवाओं के बीच समग्रता के जरिए तर्कसंगत बनाने की जिम्मेदारी
8. एकीकृत क्षमता विकास योजना के बाद पंचवर्षीय रक्षा पूंजीगत सामान अधिग्रहण योजना और दो वर्षीय सतत वार्षिक अधिग्रहण योजनाओं को कार्यान्वित करना होगा
9. अनुमानित बजट के आधार पर पूंजीगत सामान खरीद के प्रस्तारवों को अंतर-सेवा प्राथमिकता देंगे
10. अनावश्यक खर्च में कमी करके सशस्त्र बलों की लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के लिए तीनों सेवाओं के कामकाज में सुधारों को लागू करेंगे
Source : News Nation Bureau