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वर्णिका का पीछा करने से पहले विकास बराला ने खरीदी थी शराब, सीसीटीवी फुटेज में खुलासा

सीसीटीवी फुटेज सामने आई है जिससे वर्णिका के इस दावे को मज़बूती मिलती है कि 4 अगस्त को चंडीगढ़ में उनकी कार का पीछा करने से पहले विकास बराला ने शराब खरीदी थी।

Updated on: 11 Aug 2017, 03:33 PM

नई दिल्ली:

4 अगस्त को चंडीगढ़ में वर्णिका कुंडू की कार का पीछा करने से पहले विकास बराला ने शराब खरीदी थी। यह घटना एक सीसीटीवी फुटेज में सामने आई है जिसे साफ तौर पर विकास बराला को शराब खरीदते हुए देखा जा सकता है। इसे एक अहम सबूत माना जा रहा है। इस सीसीटीवी फुटेज में विकास बराला अपने दोस्त आशीष कुमार के साथ चंडीगढ़ सेक्टर 9 स्थित दुकान से शराब खरीदते हुए दिखाई दे रहे हैं। 

इस सीसीटीवी फुटेज के सामने आने पर पीड़ित महिला वर्णिका के उस दावे को मज़बूती मिलती है जिसमें वर्णिका ने शिकायत की थी उस रात विकास बराला ने शराब पी हुई थी।इससे पहले गुरुवार को चंडीगढ़ कोर्ट ने विकास बराला और उसके दोस्त आशीष कुमार को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था।

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इससे पहले 5 अगस्त को हरियाणा की बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त को आईएस अधिकारी वर्णिका कुंडू के साथ छेड़छाड़ और अपहरण की कोशिश के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन बाद में उसी दिन जमानत पर छोड़ दिया था। 

इससे बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ क्रिमिनल प्रोसिजर कोड 160 के तह्त और अपहरण की धारा 354 डी और अन्य 341, 34 और 185 धाराओं के तह्त केस रजिस्टर कर लिया गया था। चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी तेजेंद्र सिंह लूथरा ने कहा कि विकास और आशीष पर अपहरण की धाराएं लगाईं गई है।

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इसके बाद पुलिस ने दोबारा विकास और आशीष बराला को बुधवार चंडीगढ़ सेक्टर 26 थाने में गिरफ्तार कर लिया था। वर्णिका कुंडू ने अपने साथ घटे इस दर्दनाक वाकये को फेसबुक पोस्ट पर भी शेयर किया था। वर्णिका ने लिखा था कि दोनों नशे में धुत थे और उसके पीछे बेतहाशा तेज़ी से भाग रहे थे।

इसके बाद 9 अगस्त को डीजीपी चंडीगढ़ पुलिस तेजेन्द्र लूथरा ने बताया था दोनों आरोपियों ने केस की जांच के लिए खून और पेशाब की जांच के लिए सैंपल देने से भी मना कर दिया, इससे इस बात का संदेह है कि संभवत उन दोनों ने शराब पी रखी हो।

उन्होंने कहा, 'ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर रक्त और मूत्र के नमूने लेना चाहते थे, लेकिन अभियुक्त जोकि कानून स्नातक हैं, उन्हें कानून बहुत अच्छी तरह पता था। इसलिए, उन्होंने रक्त और मूत्र के नमूने देने से इनकार कर दिया'

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