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माफिया अतीक अहमद के लखनऊ और प्रयागराज के कई ठिकानों पर CBI की छापेमारी

अधिकारियों ने बताया कि इलाहाबाद में चार स्थानों पर छापेमारी की गई जिसमें अहमद, उसके बेटे मोहम्मद उमर तथा उसके साथी ज़की अहमद तथा फारूक के घर शामिल हैं.

Updated on: 17 Jul 2019, 10:58 PM

highlights

  • CBI ने अतीक के कई ठिकानों पर छापेमारी की
  • रियल स्टेट कारोबारी मोहित अग्रवाल से मांगी थी रंगदारी
  • अतीक के करीबियों पर सीबीआई का शिकंजा

नई दिल्ली:

सीबीआई ने एक व्यापारी के अपहरण और उस पर हुए हमले के मामले में बुधवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद और अन्य लोगों के इलाहाबाद और लखनऊ स्थित परिसरों पर बुधवार को छापे मारे. अधिकारियों ने बताया कि इलाहाबाद में चार स्थानों पर छापेमारी की गई जिसमें अहमद, उसके बेटे मोहम्मद उमर तथा उसके साथी ज़की अहमद तथा फारूक के घर शामिल हैं. उन्होंने बताया कि उसके चार्टर्ड अकाउंटेंट नितेश मिश्रा तथा उसके सहयोगी पवन कुमार सिंह के लखनऊ स्थित अवासों की भी तलाशी ली गई. सीबीआई के प्रवक्ता आर के गौड़ ने एक बयान में बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आज एक मामले की जांच के सिलसिले में पूर्व सांसद और उसके सहयोगियों के लखनऊ और प्रयागराज/इलाहाबाद स्थित छह ठिकानों पर छापेमारी की. तलाशी के दौरान, आपत्तिजनक दस्तावेज एवं सामान मिला है.

12 जून 2019 को अतीक के खिलाफ हुआ मामला दर्ज
अतीक अहमद के खिलाफ 12 जून 2019 को इस आरोप में मामला दर्ज किया गया था कि उसने दिसंबर 2018 में देवरिया जेल में बंद रहने के दौरान लखनऊ के रियल स्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल से रंगदारी मांगी थी. गौड़ ने कहा कि आरोप है कि जब कारोबारी ने रंगदारी देने से इनकार किया तो पूर्व सांसद अहमद के साथियों ने उसका लखनऊ से अपहरण कर लिया और उसे एक कार में देवरिया जेल ले आए. प्रवक्ता ने बताया कि प्राथमिकी में यह भी आरोप है कि अहमद और उसके साथियों ने कारोबारी को धमकाया तथा पीटा और जयसवाल की सभी चार कंपनियों को जबरन अहमद के साथियों के नाम पर स्थानांतरित करा लिया. अधिकारी ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद मामला दर्ज किया गया था. अहमद 2004 से 2009 तक उत्तर प्रदेश के फूलपुर से सपा के सांसद रहे थे.

CBI अतीक के करीबियों पर कसेगी शिकंजा
माफिया से नेता बने बाहुबली अतीक अहमद पर सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है. जांच एजेंसी देवरिया जेल में रियल एस्टेट कारोबारी की पिटाई के मामले की जांच कर रही है इसके साथ ही अब सीबीआई अतीक के करीबियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. सीबीआइ ने तत्कालीन शहर के होटलों में ठहरने वाले लोगों का विवरण खंगाला. उनके कॉल डिटेल निकालने की भी तैयारी है. लखनऊ के विश्वेश्वर नगर निवासी मोहित जायसवाल का अपहरण कर देवरिया जेल में 26 दिसंबर 2018 को अतीक व उसके गुर्गों ने जमकर पिटाई की थी. इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर जांच सीबीआइ कर रही है.

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CBI ने अतीक के सहयोगी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया
जांच एजेंसी ने पूर्व सपा सांसद अतीक अहमद के करीबी साथी जफर उल्लाह के खिलाफ आरोपपत्र दायर कर दिया है. अधिकारियों के मुताबिक, अतीक अहमद और उसके साथियों पर रियल स्टेट कारोबारी  जेल से लखनऊ के रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल के अपहरण की साजिश रचने का आरोप है. CBI अतीक के खिलाफ रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का दिसंबर 2018 में अपहरण और मारपीट करने के आरोप में मामला दर्ज कर चुकी है. अधिकारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पिछले महीने मामला दर्ज किया गया.

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