केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के चार अधिकारियों से पूछताछ की।
पीएनबी धोखाधड़ी मामले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी व मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी हैं। धोखाधड़ी मामले में पूछताछ किए जाने वालों में केंद्रीय बैंक के तीन मुख्य महाप्रबंधक व एक महाप्रबंधक शामिल हैं।
सूत्रों ने कहा कि आरबीआई अधिकारियों से हीरा कारोबारी चोकसी समूह की कंपनियों को 80:20 स्वर्ण आयात योजना को लेकर कथित लाभ पहुंचाने के बारे में भी पूछताछ की गई। स्वर्ण आयात योजना को पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम द्वारा लाया गया था।
नीरव मोदी अपनी समूह की कंपनियों डायमंड आर यूएस, स्टेलर डायमंड व सोलर एक्सपोर्ट्स के साथ 2013 से नियमित रूप से प्रसिद्ध व अमीर भारतीयों की सूची में शामिल रहे हैं। नीरव मोदी, उनके रिश्तेदार व व्यापारिक साझेदार मेहुल चोकसी व अन्य 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले में आरोपी हैं, जिसकी पीएनबी ने फरवरी में पुष्टि की।
सीबीआई के समक्ष घोटाले की रिपोर्ट आने के कुछ हफ्ते पहले, नीरव मोदी ने इस साल जनवरी के पहले हफ्ते में अपने परिवार के साथ देश छोड़ दिया।
नीरव मोदी की पत्नी अमि ने 6 जनवरी को व उनके रिश्तेदार चोकसी ने 4 जनवरी को भारत छोड़ा।
सीबीआई ने नीरव मोदी के खिलाफ डिफ्यूजन नोटिस जारी करने के लिए फरवरी में इंटरपोल से संपर्क किया।
सीबीआई को दी गई अपनी विभिन्न शिकायतों में पीएनबी ने कहा है कि उसके अधिकारियों ने नीरव मोदी व दूसरे आरोपियों के लिए कई लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) धोखे से जारी किए थे, जिससे बैंक को भारी नुकसान हुआ।
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Source : IANS