पश्चिम बंगाल में मवेशियों और कोयले की तस्करी के मामलों की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता अनुब्रत मंडल के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले 21 मई तक इंतजार कर सकती है, जिन्हें सात समन जारी किया जा चुका है।
मंडल ने पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लिए 21 मई तक का समय मांगा है, क्योंकि उस समय तक वह सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के मेडिकल बोर्ड द्वारा निर्धारित बेड रेस्ट पर रहेंगे।
सीबीआई के एक सूत्र ने कहा कि 21 मई के बाद केंद्रीय एजेंसी मंडल को नया समन जारी कर सकती है।
तृणमूल कांग्रेस बीरभूम जिलाध्यक्ष ने एकीकरण के लिए पेश होने के लिए एक और समन तलब किया है।
अगर वह उस समन को भी टाल देते हैं, तो हमारे पास कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने और मंडल के लिए पेश होने को अनिवार्य बनाने के लिए अदालत का आदेश प्राप्त करने के लिए हमारे पक्ष में एक मजबूत मामला होगा। हम तब अदालत को यह समझाने में सक्षम होंगे कि एजेंसी ने मामले में तृणमूल नेता को पर्याप्त समय दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि अंतरिम अवधि के दौरान सीबीआई के अधिकारियों ने मंडल के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य तैयार रखे हैं, जिनका इस्तेमाल मंडल द्वारा पूछताछ के दौरान अधिकारियों को भ्रमित करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ किया जाएगा।
जरूरत पड़ने पर एक अन्य आरोपी बिकाश मिश्रा, (जो अभी सीबीआई की हिरासत में है) को मंडल के सामने बैठाया जाएगा, ताकि अधिकारी मिलकर उनसे पूछताछ कर सकें।
मंडल ने केंद्रीय जांच एजेंसी के सात समन से परहेज किया है, जिनमें से छह मवेशी और कोयले की तस्करी के मामलों से संबंधित थे और एक राज्य में चुनाव के बाद की हिंसा से संबंधित था।
6 अप्रैल को, उन्हें सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने 22 अप्रैल को छुट्टी मिलने से पहले 17 दिन बिताए।
हालांकि इसके बाद उन्होंने सीबीआई को पत्र देकर सीबीआई की ओर से पेश होने के लिए 21 मई तक का समय मांगा।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS