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मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप मामला: सीबीआई ने दर्ज किया FIR, कई अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम शामिल, जांच शुरू

मुजफ्फरपुर के बालिका गृह यौन शोषण मामले में बिहार सरकार के आग्रह पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर लिया है और केंद्र सरकार से आदेश के बाद बाद जांच का जिम्मा संभाल लिया है।

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kunal kaushal
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मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप मामला: सीबीआई ने दर्ज किया FIR, कई अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम शामिल, जांच शुरू

जांच करने मुजफ्फरपुर पहुंची सीबीआई की टीम (फाइल फोटो)

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मुजफ्फरपुर के बालिका गृह यौन शोषण मामले में बिहार सरकार के आग्रह पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर लिया है और केंद्र सरकार से आदेश के बाद बाद जांच का जिम्मा संभाल लिया है। मुजफ्फरनगर के सरकारी बालिका गृह में रह रही बच्चियों से यौन उत्पीड़न का आरोप है।

सीबीआई ने बालिका गृह में काम करने वाले कर्मचारी और अधिकारियों पर भी केस दर्ज किया है। आरोप है कि सेवा संकल्प और विकास समिति के द्वारा चलाए जा रहे बालिका गृह के कर्मचारी और अधिकारी भी लड़कियों के यौन शोषण और दुराचार में शामिल थे।

मुजफ्फरपुर पुलिस महानिरीक्षक (एसएसपी) हरप्रीत कौर के मुताबिक, 'मुजफ्फरपुर बालिका गृह की कुल 44 लड़कियों में से 34 लड़कियों के साथ रेप की पुष्टि हो चुकी है।'

मुजफ्फरपुर महिला थाना की प्रभारी ज्योति कुमारी ने कहा, 'इस बालिकागृह की कुल 44 लड़कियों में से 42 लड़कियों का चिकित्सा परीक्षण कराया गया था। पूर्व में 34 लड़कियों की ही रिपोर्ट आई थी, जिसमें 29 लड़कियों के यौन शोषण की पुष्टि की गई थी। अब आठ और लड़कियों की रिपोर्ट आ जाने के बाद पीड़ित लड़कियों की संख्या 34 हो गई है। दो लड़कियों का चिकित्सा परीक्षण अस्वस्थ होने के कारण नहीं कराया जा सका है।'

गौरतलब है कि इन लड़कियों को मधुबनी, मोकामा और पटना के बालिकागृह भेजा गया है। इन पीड़ित लड़कियों का अब मनोवैज्ञानिक उपचार किया जा रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि मनोचिकित्सा काउंसलिंग और थेरेपी के जरिए लड़कियों की मानसिक पीड़ा और तनाव को दूर किया जा रहा है। पीड़ित लड़कियों में अधिकांश मानसिक पीड़ा झेल रही हैं।

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मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेपकांड में विपक्ष के दबाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार (26 जुलाई) को सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। नीतीश कुमार ने सुप्रीम कोर्ट से सीबीआई जांच की मॉनिटरिंग करने का आग्रह किया था।

घटना कैसे हुए उजागर

गौरतलब है कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मुंबई की संस्था टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइसेंस की टीम ने बालिका गृह के सोशल ऑडिट रिपोर्ट में यौन शोषण का उल्लेख किया।

इसके बाद मुजफ्फरपुर महिला थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसके बाद लड़कियों के चिकित्सकीय जांच में भी यहां की 41 लड़कियों में से 29 लड़कियों के साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई थी।

इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर सहित 10 लोगों को गिरतार किया जा चुका है।

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Source : News Nation Bureau

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