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ननकाना साहिब गुरुद्वारे में फंसे सिख बचाए गए, शिअद ने मोदी से की ये अपील

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल ने शुक्रवार को पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ के हमले को लेकर चिंता जाहिर की है.

Updated on: 04 Jan 2020, 09:58 PM

चंडीगढ़:

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल ने शुक्रवार को पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ के हमले को लेकर चिंता जाहिर की है. सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से अनुरोध किया कि वह यह सुनिश्चित करें कि ननकाना साहिब गुरुद्वारे में फंसे श्रद्धालुओं को भीड़ से बचाया जाए. वहीं, शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि वह यह मामला अपने पाकिस्तानी समकक्ष के साथ उठाएं.

विदेश मंत्रालय के मुताबिक पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सिख समुदाय के सदस्य पवित्र शहर ननकाना साहिब में हिंसक कृत्य के शिकार हुए हैं. पाकिस्तान के इस शहर में सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव का जन्म हुआ था. मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, “इमरान खान से अपील करता हूं कि वह तत्काल हस्तक्षेप करें जिससे गुरुद्वारा ननकाना साहिब में फंसे श्रद्धालुओं और इस पवित्र स्थल को घेराबंदी कर खड़ी उग्र भीड़ से बचाया जा सके.” खबरों में कहा गया था कि ननकाना साहिब में नाराज स्थानीय लोगों ने सिख तीर्थयात्रियों पर पथराव किया है.

यह है मामला

ननकाना साहिब गुरुद्वारे में ग्रंथी का आरोप है कि कुछ लोगों ने उनकी बेटी जगजीत कौर का बंदूक की नोक पर अपहरण किया और उसका जबरन निकाह कराया गया. वहीं, एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में लड़की ने दावा किया कि उसने खुद अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन कराया और हसन से निकाह किया है. इस मामले के सामने आने के बाद से ही सिख समुदाय के लोग काफी आक्रोशित हैं. वहीं, यह मामला ऐसे वक्त में सामने आया है जब लाहौर में शनिवार से तीन दिन का अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन आयोजित हो रहा है.

इससे पहले भारत (India) ने पाकिस्तान (Pakistan) में पवित्र ननकाना साहिब गुरद्वारे में तोड़फोड़ की शुक्रवार को कड़ी निन्दा की और पड़ोसी देश से वहां सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान में श्री गुरु नानक देव जी के जन्मस्थान पवित्र ननकाना साहिब में सिखों के साथ हिंसा हुई है.

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत इस पवित्र स्थान पर तोड़फोड़ और बेअदबी की हरकतों की कड़ी निंदा करता है. इसने कहा कि हम पाकिस्तान सरकार से सिखों की सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान करते हैं. मंत्रालय ने आगे कहा कि उन बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए जो इस पवित्र गुरद्वारे में बेअदबी में शामिल हैं और जिन्होंने अल्पसंख्यक सिखों पर हमला किया है.