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भारत की जस्टिन ट्रूडो को कड़ी नसीहत- आंतरिक मामलों में दखल न दे कनाडा

किसानों के प्रदर्शन पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की टिप्पणी को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने भारतीय किसानों से संबंध पर कनाडा के नेताओं की टिप्पणियां देखीं जो गलत सूचना पर आधारित हैं.

Updated on: 01 Dec 2020, 03:30 PM

नई दिल्ली:

किसानों के प्रदर्शन को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की टिप्पणी पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भारत ने ट्रूडो को नसीहत दी है कि वो भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश नहीं करें. देश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ट्रूडो की टिप्पणी को लेकर मीडिया के सवालों पर कहा, 'हमने भातीय किसानों से संबंधित पर कनाडा के नेताओं की टिप्पणियां देखीं जो गलत सूचना पर आधारित हैं. इस तरह की टिप्पणियां बेवजह और बेकार हैं, खासकर जब बात एक लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मामलों का हो. अच्छा तो यही होगा कि कूटनीतिक स्तर की बातचीत को राजनीतिक मकसद से गलत तरीके से पेश नहीं किया जाए.'

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विपक्ष ने भी की आलोचना
बीजेपी ही नहीं शिवसेना ने भी ट्रूडो के बयान को गैरजरूरी बताया है. बीजेपी के कद्दावर नेता राम माधव (Ram Madhav) ने कड़ी आपत्ती जताई तो शिवसेना की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि ट्रूडो भारत के आंतरिक मामलों पर अपनी राजनीतिक रोटी नहीं सेकें. जस्टिन ट्रूडो के बयान पर माधव ने ट्रूडो के भारत के आंतरिक मामलों में टिप्पणी के अधिकार को लेकर सवाल उठाया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'उनकी हैसियत क्या है? क्या यह भारत के संप्रभु मामलों में हस्तक्षेप करने जैसा नहीं है?'

वहीं, प्रियंका चतुर्वेदी ने जस्टिन ट्रूडो को टैग करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'प्रिय जस्टिन ट्रूडो, आपकी चिंतांओं से बहुत प्रभावित हूं, लेकिन भारत के आंतरिक मामले किसी दूसरे देश की राजनीति का चारा नहीं बन सकता. कृपया दूसरे देशों के प्रति शिष्टाचार की हमारी भावना का सम्मान करें.'