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रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध अप्रवासी कहना ठीक नहीं, ओवैसी ने बोला राजनाथ पर हमला

ओवैसी ने राजनाथ सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों के शरण के खिलाफ गृह मंत्री का बयान ठीक नहीं है।

Updated on: 21 Sep 2017, 05:19 PM

highlights

  • ओवैसी ने बोला राजनाथ सिहं पर हमला
  • रोहिंग्या को अवैध अप्रवासी कहना ठीक नहीं

नई दिल्ली:

भारत में रोहिंग्या मुसलमानों की शरण देने का मुद्दा दिनों दिन गर्माता जा रहा है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने राजनाथ सिंह पर करारा हमला बोला है।

ओवैसी ने राजनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, 'रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध अप्रवासी कहना गृह मंत्री का बयान ठीक नहीं है।' इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि रोहिंग्या मुस्लिम देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। उन्हें वापस भेजा जाएगा।

रोहिंग्या को लेकर ओवैसी ने म्यांमार के नेता आंग सान सू की भी आलोचना की। ओवैसी ने सू ची के बयान को भी गलत बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि इन लोगों को सुरक्षित कैंपों में रखा गया है।

इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के एक कार्यक्रम में राजनाथ ने कहा था, 'म्यांमार से अवैध तरीके से भारत में घुस आए रोहिंग्या शरणार्थी नहीं हैं। इसकी एक प्रक्रिया होती है।'

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उन्होंने कहा था कि शरणार्थीयों की एक प्रक्रिया होती है। इनमें से किसी ने इसका पालन नहीं किया। हमारे लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अहम है। मानवाधिकार की बात करना ठीक नहीं है।

एक कार्यक्रम के दौरान राजनाथ ने कहा, 'पीएम के म्यांमार दौरे के बाद हाल में वहां की नेता सू ची ने रोहिंग्या लोगों को वापस लेने की बात कही। उम्मीद करता हूं, जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।'

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राजनाथ सिंह ने कहा, 'रोहिंग्याओं को वापस भेजकर भारत किसी भी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं करेगा, क्योंकि भारत ने 1951 यूएन रिफ्यूजी कन्वेंशन पर हस्ताक्षर नहीं किया है।'

वहीं कार्यक्रम में मौजूद एनएचआरसी प्रमुख और पूर्व सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एचएल दत्तु ने कहा था, 'हम रोहिंग्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे। इंसान होने के नाते उनके मानवधिकारों की रक्षा की जानी चाहिये। हम चाहेंगे कि केंद्र सरकार बिना पर्याप्त सुरक्षा दिए हुए रोहिग्या मुस्लिमों को वापिस ना भेजे।'

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