बुधवार को राज्यसभा से भी नागरिकता संशोधन बिल 2019 (Citizenship Amendment Bill 2019) पास हो गया. इसके पहले मंगलवार को लोकसभा में यह बिल पास हो गया था. इस तरह से संसद के दोनों सदनों से से नागरिकता संशोधन बिल पास करवा कर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एक और इतिहास रच दिया. राज्य सभा में इस बिल के पक्ष में 125 और विरोध में 99 वोट पड़े. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को दोपहर 12 बजे राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल को पेश किया. जिसके बाद इस उच्च सदन में बिल को लेकर चर्चा शुरू हो गई और राजनीतिक दलों ने अपने-अपने विचार और सवाल सदन में रखे. जिसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने सदन में उपस्थित सदस्यों के सवालों का जवाब दिया. इसके बाद नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा से भी पास कर दिया गया.
बिल के पक्ष में 125 वोट और विपक्ष में 99 वोट पड़े
नागरिकता संशोधन बिल के पक्ष में राज्यसभा में वोटिंग में हुई आपको बता दें कि उच्च सदन में कुल सदस्यों की संख्या 245 है जिनमें से 5 पद मौजूदा समय में रिक्त हैं और 5 सदस्यों ने खराब स्वास्थ्य के चलते सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया. आपको बता दें कि सदन में बीजेपी को इस विधेयक को पारित करने के लिए 121 सदस्यों की जरूरत थी. वोटिंग के बाद बीजेपी को कुल 125 वोट बिल के पक्ष में मिले जबकि बिल के विपक्ष में 99 वोट पड़े.
इन दलों ने किया बिल का समर्थन
उच्च सदन में सत्ता पक्ष की भारतीय जनता पार्टी के पास सदस्यों की संख्या 83 है जबकि एनडीए के पास यह संख्या 94 हो जाती है. बिल पास करवाने के लिए एनडीए को सदन में 121 वोटों की जरूरत थी लेकिन खराब स्वास्थ्य के चलते 5 सदस्यों ने उच्च सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया और शिवसेना के वॉक आउट करने के बाद अब बीजेपी को सदन में अपनी जीत का एहसास हो गया था. वहीं छोटे और स्थानीय राजनीतिक दलों ने भी भारतीय जनता पार्टी को इस बिल के पास करवाने में सहयोग किया. इस बिल के समर्थन में 125 सदस्यों ने वोट किया, वहीं इसके विरोध में 99 सदस्यों ने वोटिंग की. जो सांसद बिल के समर्थन में हैं, उनमें भाजपा के 83, शिरोमणी अकाली दल के 3, लोक जनशक्ति पार्टी के एक, आरपीआई के एक, बीपीएफ के एक, एनपीएफ के एक, एजीपी के एक, एसडीएफ के एक, जदूय के 6, एआईएडीएमके के 11, पीएमके के 1, वाईएसआरसीपी के 2, टीडीपी के 2 और बीजेडी के 7 सांसद हैं.
इन दलों ने किया बिल का विरोध
उच्च सदन में 6 घंटे की बहस के बाद आखिरकार नागरिकता संशोधन बिल 2019 राज्यसभा से पास हो गया. इस बिल के पक्ष में 125 वोट पड़े तो वहीं विपक्ष में 99 वोट पड़े. सड़क से लेकर संसद में जारी विरोध के बीच राज्यसभा में बुधवार को विवादित नागरिकता संशोधन बिल पर 12 बजे चर्चा शुरू हुई. एनडीए के सदस्यों के अलावा बीजेपी को कई छोटे राजनीतिक दलों का साथ भी बिल को पारित करने के लिए मिला वहीं इस बिल के विपक्ष में कांग्रेस के अलावा आरजेडी, आम आदमी पार्टी, बसपा, टीएमसी, सपा, वामदल, टीआरएस, द्रमुक, पीडीपी और अन्य 8 सांसदों ने विरोध में वोट किया
Source : रवींद्र प्रताप सिंह