नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act 2019) को लेकर देशभर में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन को लेकर उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने लोगों से शांति की अपील की है. उन्होंने कहा, 'हर किसी को निर्माण पर ध्यान देना चाहिए न की विनाश पर. हमें अपना नजरिया बदलना चाहिए क्योंकि हम आजाद भारत में हैं. यह हमारा अपना भारत है. यदि आप इसे बर्बाद करते हैं तो इसका मतलब है कि आप देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं.'
अगले दिन (रविवार को) कुछ सार्वजनिक परिवहनों को नष्ट कर दिया गया. इसमें किसकी हार हुई? लोगों की और देश की, इसलिए जब किसी कारण के लिए विरोध करें तो नियमशील बने रहें. हमें विनाशकारी नहीं बनना चाहिए, हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता है.'
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सोमवार को देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए. प्रदर्शन का समर्थन नेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी करते नजर आए. कहीं-कहीं ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे, तो कहीं हिंसक रूप ले लिया है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश में हो रहे भारी प्रदर्शनों को देखते हुए इसे दुखद एवं निराशाजनक बताया और शांति की अपील की.
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गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन विधेयक के संसद के दोनों सदनों से पारित होने के बाद कानून बनने के बाद पूर्वोत्तर के राज्यों में गुवाहाटी के साथ-साथ असम के अन्य हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए. मालूम हो कि यह कानून 31 दिसंबर 2014 से पहले अफगानिस्तान, पाकिस्तान, और बांग्लादेश से शरणार्थी के रूप में भारत आए हिंदुओं, सिखों, पारसी, जैन व बौद्ध लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करेगा. नागरिकता कानून के मुताबिक, इन समुदायों को अवैध अप्रवासी नहीं माना जाएगा और इन्हें भारतीय नागरिकता दी जाएगी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो