रविवार को नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन अब रद्द कर दिया गया है. इस प्रदर्शन को अब आगे के लिए टाल दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस को रविवार को धरना प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी है. दिल्ली पुलिस की इजाजत न मिलने के बाद अब कांग्रेस नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अब सोमवार को धरना प्रदर्शन करेगी. आपको बता दें कि कांग्रेस रविवार को राजघाट पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली थी. आपको बता दें कि रविवार को राजघाट पर होने वाले प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कांग्रेस के तमाम बड़े नेता शामिल होने वाले थे.
इससे पहले मंगलवार को जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और नागरिकता संशोधन में हुई हिंसा मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंची थीं. उनके साथ 12 दलों के नेता शामिल रहे. सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ ज्ञापन सौंपा. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार जनता की आवाज दबा रही है. उत्तर पूर्व और असम में भारी तनाव के हालात पैदा हो गए हैं.
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वहीं समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि संसद में जो हमने चिंता जाहिर की थी वह सच साबित हुई है. उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून बनने से देश में गंभीर हालात पैदा हुए है. राष्ट्रपति सरकार से कानून वापस लेने को कहें. टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि इस कानून के लागू होने के बाद देश की स्थिति बेहद तनावपूर्ण रही है. इस मौके पर सोनिया गांधी के साथ आरजेडी से मनोज झा, डी राजा गुलाम नवी आजाद आदि मौजूद रहे.
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दूसरी तरफ गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि बाहर से आए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को हमारी सरकार नागरिता जरूर देगी. दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा कि आपको जो रानजीतिक विरोध करना है वो करो, भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार अडिग है. शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी. वे भारत के नागरिक बनेंगे और सम्मान के साथ दुनिया में रहेंगे.
Source : News Nation Bureau