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CAA-NRC Protest: भड़काऊ भाषण देने वाले नेताओं लगातार बुला रही थी जामिया कोआर्डिनेशन कमेटी- दिल्ली पुलिस

CAA और NRC के विरोध में हुए प्रदर्शन पर दिल्ली पुलिस ने कोर्ट क बताया है कि जामिया कोआर्डिनेशन कमेटी लगातार नेताओं को बुला रही थी, जिन्होंने भड़काऊ भाषण दिए

Updated on: 15 Jul 2020, 02:07 PM

नई दिल्ली:

CAA और NRC के विरोध में हुए प्रदर्शन पर दिल्ली पुलिस ने कोर्ट क बताया है कि जामिया कोआर्डिनेशन कमेटी लगातार नेताओं को बुला रही थी, जिन्होंने भड़काऊ भाषण दिए.पुलिस ने बताया कि 13 दिसंबर को जेएनयू छात्र सरजील इमाम ने जामिया यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 7 के पास भीड़ को संबोधित किया और देश के मुसलमानों से सड़कों पर आकर देश के शहरों को पंगु बनाने के लिए आव्हान किया.16 दिसंबर को हर्ष मंदर ने जामिया यूनिवर्सिटी में दिए गए भाषण में लोगों को सुप्रीम कोर्ट पर यकीन न रखने के लिए कहा और और अपने इंसाफ की लड़ाई सड़कों पर आकर लड़ने के लिए भड़काया.

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इसके अलावा पुलिस ने ये भी बताया कि 22 दिसंबर को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने जामिया यूनिवर्सिटी पहुंचकर लोगों को तब तक सड़क पर बने रहने को कहा जब तक सरकार CAA और NRC को लेकर अपना फैसला नहीं बदलती.

इसी के साथ पुलिस ने कोर्ट को ये भी बताया कि CAA विरोधी प्रदर्शनों की आड़ में देश को साम्प्रदायिक हिंसा की आग में झोंकने और चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश रची गई थी. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर बताया कि भी तक जो जांच हुई है,उसके मुताबिक दंगा भड़काने की ये सोची समझी साजिश थी। समाजिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए संगठित होकर कोशिशों के अंजाम दिया गया.  

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ये हिंसा कोई क्षणिक आवेग या दो समुदायों के बीच धार्मिक आधार पर चल रहे तनाव का नतीजा नहीं थी, पर बल्कि इसे बकायदा प्लान किया गया था। कुछ शरारती तत्वों ने अपने छिपे हुए एजेंडा को पूरा करने के लिये हिंसा के लिए फंडिंग की। उन्होंने समाज के एक हिस्से में पहले बेवजह का डर और पेनिक पैदा किया और उसके बाद उन्हें क़ानून हाथ में लेने और हिंसा के लिए उकसाया