बीजेपी संसदीय दल की बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार नोटबंदी के मुद्दे पर हर तरह की चर्चा को तैयार है लेकिन विपक्ष लगातार इससे भाग रहा है।
वित्त मंत्री ने दावा किया कि सरकार के इस फैसले से अगले कुछ महीनों में देश की अर्थव्यवस्था में गुणात्मक सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि नकदी के चलन की बजाय कैशलैश विकल्पों पर लोग ज्यादा से ज्यादा ध्यान दें।
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प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले का देशभर में स्वागत हो रहा है लेकिन विपक्ष उसे जबरन तूल दे रहा है। जेटली के अनुसार नोटबंदी के कदम से देश में टैक्स देने की व्यवस्था में भी सुधार देखने को मिलेगा। लोग ईमानदारी से टैक्स देने के लिए भी मजबूर होंगे।
जेटली ने कहा कि नोटबंदी के बड़े फैसले से गरीबी मिटाने में भी मदद मिलेगी जिससे आम जनता का जीवन स्तर सुधरेगा। बड़े उद्योगपतियों का कर्जा माफ करने के आरोपों पर भी वित्त मंत्री ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया।
जेटली के अनुसार उद्योगपतियों को कर्जा उनकी सरकार आने से पहले ही दिया गया। जो इतनी बड़ी संख्या में बांटा गया कि उसकी मुसीबतों का सामना हमें करना पड़ रहा है।
नोटबंदी पर विपक्ष की आधी अधूरी तैयारियों के आरोपों को लेकर जेटली ने कहा कि इस मामले में गोपनीयता बनाए रखना जरूरी था इसलिए आठ नवंबर से पहले एटीएम में पैसों का बदलाव नहीं कर सकते थे।
Source : News Nation Bureau