पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भले ही बीजेपी को पराजय मिली हो लेकिन गुजरात में हुए विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत पार्टी के लिए संजीवनी का काम करेगी. मोदी का जादू खत्म कहने वालों के लिए यह करारा झटका है.जसदण विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार नाकिया को बीजेपी के कुंवरजी बावलिया ने 19985 वोटों से हराया. बता दें गुजरात विधानसभा में बीजेपी के पास पहले 99 सीटें थीं, जो अब बढ़कर 100 हो गईं.
182 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी 99 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार की थी. कांग्रेस को 80 सीटें मिली थीं. अब कांग्रेस की एक सीट कम हो गई है. बृहस्पतिवार को 71.27 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था. यहां 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर कुंवरजी बावलिया ने जीत दर्ज की थी. बावलिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए और जुलाई में उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद उपचुनाव कराना पड़ा.
झारखंड की कोलेबिरा विधानसभा सीट पर झारखंड पार्टी नेता एनोस एक्का विधायक थे. लेकिन विधानसभा सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद सीट खाली हो गई थी. वहीं, जसदण सीट से विधायक कुंवरजी बावलिया के जुलाई में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण यह सीट खाली हुई थी. चुनाव आयोग ने दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 26 नवंबर को अधिसूचना जारी की थी.
पूर्व मंत्री एनोस एक्का की पत्नी सहित पांच प्रत्याशी मैदान में थे
उपचुनाव में पूर्व मंत्री एनोस एक्का की पत्नी मेनन एक्का सहित पांच प्रत्याशियों का भाग्य evm में कैद है. मेनन झापा की प्रत्याशी हैं जिन्हें झामुमो और राजद का समर्थन मिला है. इनके अलावा बीजेपी के प्रत्याशी बसंत सोरेंग, कांग्रेस के नमन विक्सल कोनगाड़ी, राष्ट्रीय सेंगेल पार्टी के अनिल कंडुलना तथा स्वतंत्र प्रत्याशी बसंत के भी भाग्य का फैसला होगा. उपचुनाव में वोटिंग में ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का उपयोग हुआ.