शुक्रवार को नाटकीय ढंग से घटी सुप्रीम कोर्ट के चार जजों की प्रेस कांफ्रेंस में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्र (सीजेआई) पर आरोप-प्रत्यारोप की घटना के बाद सोमवार कोर्ट सामान्य रुप से खुलने जा रहा है।
तीन दिन के इस मामले के काफी तूल पकड़ने के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि मंडल ने रविवार को सीजेआई से मुलाकात भी की थी।
इस मुलाकात के बाद दीपक मिश्र ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया को भरोसा दिलाया है कि सुप्रीम कोर्ट में उपजा विवाद जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।
दूसरी ओर जस्टिस बीएच लोया के बेटे अनुज ने एक प्रेस कॉफ्रेंस कर कहा कि उनके पिता की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में नहीं हुई और इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाया जाए।
क्या था विवाद?
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के चार वकीलों ने प्रेस कांफ्रेंस करके चीफ जस्टिस के खिलाफ संगीन आरोप लगाए थे। जजों ने सुप्रीम कोर्ट के कुछ फैसलों और चुनिंदा केसों के लिए खास बेंचों के चयन को लेकर सवाल उठाते हुए अपनी बात मीडिया के सामने रखी थी।
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चारों जजों जस्टिस चेलमेश्वर, जस्टिस जोसफ कुरियन, जस्टिस रंजन गोगोई, मदन लोकुर ने सीजेआई को निशाना बनाते हुए यह आरोप लगाया था कि शीर्ष अदालत की प्रशासनिक व्यवस्था ठीक नहीं है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जजों ने कहा था, 'यह भारतीय न्याय व्यवस्था, खासकर देश के इतिहास और यहां तक कि सर्वोच्च न्यायालय के लिए एक असाधारण घटना है। हमें इसमें कोई खुशी नहीं है, हम यह कदम उठाने पर मजबूर हुए हैं।'
ऐसा देश में पहली बार हुआ है कि जजों को सुप्रीम कोर्ट की प्रशासनिक व्यवस्था के बारे में मीडिया से संवाद करना पड़े। हालांकि इस बीच सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस कुरियन ने आश्वासन देते हुए कहा है कि यह मामला जल्द सुलझा लिया जाएगा।
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Source : News Nation Bureau