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दिल्ली पुलिस ने बुली बाई ऐप मामले में आपत्तिजनक सामग्री हटाने के लिए ट्वीटर को लिखा

दिल्ली पुलिस ने बुली बाई ऐप मामले में आपत्तिजनक सामग्री हटाने के लिए ट्वीटर को लिखा

Updated on: 03 Jan 2022, 03:00 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया साइट ट्वीटर से बुली बाई ऐप के बारे में जानकारी मांगी है और इस पर पोस्ट की गई महिलाओं संबंधी आपत्तिजनक सामग्री को हटाने को कहा है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

गौरतलब है कि दिल्ली की एक महिला पत्रकार ने दिल्ली पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने गिटहब प्लेटफार्म पर बनाए गए एक मोबाइल ऐप बुली बाई पर उसकी तस्वीर पोस्ट कर उस पर आपत्तिजनक और अश्लील बातें लिखी थी। इस पर अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को निशाना बनाकर उनका अपमान किया गया है।

इस ऐप पर अनेक महिलाओं की तस्वीरें हैं और इनमें पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, मशहूर शख्सियतें हैं। इस मामले का खुलासा एक जनवरी को हुआ और इस पर काफी अश्लील बातें लिखी गई हैं। बुली बाई ऐप पर तस्वीरें डालना पिछले वर्ष जुलाई में सुल्ली डील्स पर डाली गई तस्वीरों के समान ही है।

सूत्रों के अनुसार पुलिस ने इस पत्र में सॉफटवेयर को विकसित करने वाले प्लेटफार्म गिटहब से बुली बाई ऐप डेवलेपर के बारे में जानकारी मांगी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस महिला पत्रकार ने अपनी शिकायत में कहा था कि एक जनवरी को उसने बेबसाइट बुलीबाईडाटगिटहबडाटआईओ पर खुद की एक तस्वीर देखी थी जिसके साथ छेड़छाड़ कर उसके लिए अनुपयुक्त बातें लिखी गई थी।

शिकायत में कहा गया है कि यह ऐप अपने आप में ही अशोभनीय हैं और इस पर लिखी गई बातें अपमानजनक हैं जिसका मकसद मुस्लिम महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखना है।

शिकायत में कहा गया है कि यह पूरा पोर्टल ही मुस्लिम समुदाय की महिलाओं को निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया है और इस बात की पूरी जांच की जानी जरूरी है कि कहीं यह संगठित षड़यंत्र के तहत तो नहीं किया गया है। इसे एक ट्वीटर हैंडल एट द रेट ऑफ बुलीबाई से भी प्रमोट किया जा रहा है जिसमें एक खालिस्तान समर्थक महिला की तस्वीर प्रदर्शित की गई है और यह भी लिखा है कि इस महिला को इस ऐप के जरिए बुक किया जा सकता है। इस हैंडल का इस्तेमाल साथ ही साथ खालिस्तान से जुड़ी सामग्री को बढ़ावा देने के लिए भी किया जा रहा है।

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में रविवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी जो सोशल मीडिया पर महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट कर उन्हें बदनाम करने की साजिश में लिप्त थे।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.