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Bulli Bai app case : आरोपी क्रिएटर नीरज बिश्नोई असम में गिरफ्तार

ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट करके ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म गिटहब पर उनकी बोली लगाई जाती थी. असम के जोरहाट निवासी नीरज बिश्नोई के बारे में पता चला है कि डीसीपी (स्पेशल सेल) केपीएस मल्होत्रा के नेतृत्व वाली एक टीम ने उसे पकड़ा है.

Updated on: 06 Jan 2022, 03:12 PM

highlights

  • तीन राज्यों की पुलिस टीम आरोपी नीरज बिश्नोई की तलाश में लगी थी
  • उनका मकसद महिलाओं को अपमानित करना और उन्हें डराना था
  • केस में खालिस्तान और साजिश के एंगल से भी पुलिस जांच जारी है

नई दिल्ली:

चर्चित बुल्ली बाई ऐप मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने असम से एक और गिरफ्तारी की है. गुरुवार को गिरफ्त में आए नीरज बिश्नोई नाम के इस शख्स पर ही विवादित ऐप को क्रिएट करने का आरोप है. इस ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट करके ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म गिटहब पर उनकी बोली लगाई जाती थी. असम के जोरहाट निवासी नीरज बिश्नोई के बारे में पता चला है कि डीसीपी (स्पेशल सेल) केपीएस मल्होत्रा के नेतृत्व वाली एक टीम ने उसे पकड़ा है. तीन राज्यों की पुलिस टीम उसकी तलाश में लगी थी.

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑप्स (IFSO) यूनिट एक जनवरी से इस मामले की जांच कर रही थी. एक महिला पत्रकार की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया था. पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने ऐप क्रिएटर की पहचान के बाद बुधवार सुबह मामले को आधिकारिक तौर पर आईएफएसओ इकाई को ट्रांसफर कर दिया था. ऑपरेशन के लिए डीसीपी मल्होत्रा के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम का गठन किया गया. इसी टीम ने ऐप क्रिएटर नीरज को असम से गिरफ्तार किया.

पहले हो चुकी है तीन गिरफ्तारी

इससे पहले इस मामले में मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड से एक छात्र को गिरफ्तार किया था.  बुधवार सुबह 21 साल के मयंक रावल को पकड़ा गया था.  मुख्य आरोपी श्वेता सिंह को उत्तराखंड से और इंजिनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा को बेंगलुरु से पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक मयंक रावल और श्वेता सिंह दोस्त हैं. दरअसल, उन्होंने किसी महिला की ‘बोली’ नहीं लगाई थी, बल्कि उनका मकसद महिलाओं को अपमानित करना और उन्हें डराना था. खालिस्तान और साजिश के एंगल से भी पुलिस जांच जारी है. 

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क्या है पूरा मामला

दरअसल, विवादित ऐप बुल्ली बाई पर बिना अनुमति के सौ से अधिक चर्चित मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर अपलोड की गई और उसके साथ प्राइस टैग लगा कर लिखा गया- Deal of The Day. आरोप है कि इस ऐप के जरिए इंटरनेट पर संगठित और सुनियोजित तरीके से मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया गया और उनकी बोली लगाई गई. मामला सामने आने के बाद केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने कहा कि ऐप बनाने वाले यूजर को ब्‍लॉक कर दिया गया और कार्रवाई की जा रही है.