जम्मू कश्मीर के डीजीपी एसपी वेद ने एनकाउंटर के दौरान युवाओं को घर से बाहर न निकलने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि तमाम कोशिशों के बाद भी हम मुठभेड़ में मारे जाने वाले नागरिकों की संख्या रोकने में सफल नहीं हो पा रहे हैं।
मुठभेड़ के दौरान हुए नागरिकों के मौत को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान डीजीपी एसपी वेद ने कहा कि बंदूक से निकली गोली यह नहीं देखती कि वह किसे लगेगी। नौजवानों को घर पर रहना चाहिए और एनकाउंटर वाले इलाकों में नहीं आना चाहिए, यह मेरा निवेदन है।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, युवा नागरिकों को उकसाया जा रहा है और उन्हें सेना पर पत्थर मारने के लिए कहा जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि युवाओं को पथभ्रमित किया जा रहा है और उन्हें मुठभेड़ की जगहों पर जाने के लिए उकसाया जा रहा है।
डीजीपी ने कहा कि जो नौजवान एनकाउंटर साइट पर आ रहे हैं वे जानबूझ कर आत्महत्या करने जा रहे हैं। उन्हें ऐसे जगह पर नहीं जाना चाहिए जहां एनकाउंटर चल रहा हो।
इससे पहले बडगाम के चदूरा इलाके में 2 आतंकियों के छिपे होने की खबर मिलने के बाद तलाशी अभियान शुरू हुआ, लेकिन दिनभर स्थानीय लोग सुरक्षाबलों पर पत्थर बरसाते रहे।
जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था। जबकि मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों की कार्रवाई का विरोध कर रहे 3 स्थानीय युवकों की गोली लगने से मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गये थे।
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इस दौरान स्थानीय लोगों के पत्थरबाजी में सुरक्षाबल के 63 जवान घायल हो गए थे। जिसमें 40 सीआरपीएफ के हैं जबकि बाकी के 23 जवान पुलिस के बताए जा रहे हैं।
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Source : News Nation Bureau