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यूपी में व्यापार चौपट, चारों तरफ मंदी और चर्बी निकालने की बात करते हैं : भूपेश बघेल

यूपी में व्यापार चौपट, चारों तरफ मंदी और चर्बी निकालने की बात करते हैं : भूपेश बघेल

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IANS
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Buine collape

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को प्रतापगढ़ में भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होने कहा कि उत्तरप्रदेश में व्यापार चौपट है। चारों तरफ मंदी है और चर्बी निकालने की बात करते हैं।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को प्रतापगढ़ में भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होने कहा कि यूपी सरकार मानसिक रूप से दिवालिया हो चुकी है। इनके पास ना तो कुछ करने को है और न ही कुछ बताने को। उन्होने योगी सरकार से सवाल किया कि आपकी पांच साल में क्या उपलब्धि रही है।

चुनावी सभा को संबोधित करते हुये भूपेश बघेल ने कहा कि यूपी में व्यापार चौपट हो चुका है, चारों तरफ मंदी छाई है और सरकार चर्बी निकालने और डंडा चलाने की बात करती है। यहां किसानों को फसल का दाम नहीं मिल रहा है, युवाओं के पास रोजगार नहीं है। इस सरकार से व्यापारी, युवा, किसान, दलित सभी नाराज हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा अंग्रेजी मानसिकता की है। मंदिर, मस्जिद और जात, धर्म के नाम पर लड़ा कर फूट डालो-राज करो के फार्मूले पर चलती है।

उन्होंने कहा कि आज उत्तरप्रदेश के सामने यक्ष प्रश्न है कि कब तक यहां की जनता जाति-धर्म के आधार पर वोट करेगी? वे कब अपने मुद्दों पर वोट करेंगे? यदि जनता चाहती है कि उनकी समस्याएं हल हों तो वोट उन्हें देना होगा जो उनके मुद्दों की बात कर रही है। कांग्रेस एकमात्र पार्टी है जो जनता की बात कर रही है।

जनसभा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने आवारा मवेशियों और धान गेहूं के समर्थन मूल्य को लेकर यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि वोटों की राजनीति के चक्कर में फसल बर्बाद करने के लिए आवारा जानवरों को छोड़ दिया गया है। भाजपा वाले समस्याएं पैदा करते हैं समाधान देने वाली पार्टी और नीतियां सिर्फ कांग्रेस के पास है। इन्होने पशु बाजार खत्म कर दिया है। अनुत्पादक मवेशियों के उपयोग की नीति छत्तीसगढ़ के पास है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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