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EVM हैक के दावे पर बोलीं मायावती, 'वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा', बैलट पेपर से लोकसभा चुनाव करवाने की मांग की

ईवीएम हैकर के दावे पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती का बयान सामने आया है.

Updated on: 22 Jan 2019, 02:47 PM

नई दिल्ली:

हाल ही में एक कथित साइबर एक्सपर्ट ने दावा किया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक किया जा सकता है. हैकर के दावे पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती का बयान सामने आया है. मायावती ने कहा, 'देश में 'वोट हमारा राज तुम्हारा' अब नही चलेगा, चुनाव आयोग को ईवीएम विवाद पर और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.' मायावती ने चुनाव आयोग से बैलट पेपर से चुनाव करवाए जाने की मांग की. मायावती ने कहा कि ईवीएम धांधली पर जारी विवाद को यह खुलासा और भी ज्यादा गहरा षड्यंत्रकारी और गंभीर बनाता है. 

बीजेपी पर निशाना साधते हुए बीएसपी अध्यक्ष ने कहा, 'बीएसपी ने सबसे पहले ईवीएम के जरिये वोटों की लूट और इस संबंध में बीजेपी की लोकतंत्र की हत्या का मामला पूरे देश के सामने उजागर किया था. ' मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में अर्ज़ी दाखिल की जिसका कोर्ट ने संज्ञान लेकर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की थी. लगभग सभी विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम की चुनावी धांधली की गंभीरता को समझा और बैलट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की. बीएसपी अध्यक्ष ने आगे कहा कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग से मामले में उचित संज्ञान ले.

इस मसले पर मायावती ने कहा, ईवीएम विवाद के संबंध में ताजा खुलासा काफी सनसनीखेज है और गहरे षड्यंत्र का पर्दाफाश करते हुए बीजेपी को सीधे और साफ़ तौर पर कठघरे में खड़ा करता है. केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए बीएसपी अध्यक्ष ने कहा, बीजेपी को सीधे और साफ तौर पर कठघरे में खड़ा करता है, लेकिन सत्ताधारी बीजेपी और केन्र से इस संबंध में केवल बयानबाजी और जुमलेबाजी के अलावा उनके अड़ियल और अहंकारी रवैयों को देखते हुए किसी सार्थक पहल और जांच आदि करने की उम्मीद नहीं की जा सकती.

इस मसले पर मायावती ने चुनाव आयोग की भूमिका को अहम बताया. इसके साथ उन्होंने कहा कि ईवीएम के जरिये चुनावी धांधली पर देश की जनता इतनी भयभीत और आशंकित हो गई है कि उसे अब लगने लगा है कि उसका अपना वोट अब उसका अपना नहीं रहा बल्कि संगठित तौर पर बार-बार लूटा जा रहा है.

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बता दें कि सोमवार को चुनाव आयोग ने कथित साइबर एक्सपर्ट के दावे को ख़ारिज कर दिया था. इस मसले पर ईसी ने कहा कि यह EVM मशीन कड़े सुरक्षा इंतज़ाम और निगरानी के बीच भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रोनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड में बनाया गया है. साल 2010 में टेक्निकल एक्सपर्ट्स की एक कमेटी गठित की गई है जिसकी सख़्त निगरानी में यह तैयार किया जाता है.'

स्काईप के जरिये लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शख्स ने दावा किया कि 2014 में वह भारत से पलायन कर गया था क्योंकि अपनी टीम के कुछ सदस्यों के मारे जाने की घटना के बाद वह डरा हुआ था. शख्स की पहचान सैयद शुजा के तौर पर हुई है. उसने दावा किया कि टेलीकॉम क्षेत्र की बड़ी कंपनी रिलायंस जियो ने कम फ्रीक्वेंसी के सिग्नल पाने में बीजेपी की मदद की थी ताकि ईवीएम मशीनों को हैक किया जा सके.

शुजा ने बताया कि बीजेपी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में चुनाव जीत जाती अगर उनकी टीम इन तीनों राज्यों में ट्रांसमिशन हैक करने की बीजेपी की कोशिश में दखल नहीं दिया होता. यह विस्फोटक और धमाकेदार खुलासा बड़े खुफिया अंदाज में किया गया, हालांकि इसकी तत्काल पुष्टि नहीं की जा सकी.