G-20 समिट के लिए राजधानी दिल्ली में विदेशी मेहमानों का आना लगा हुआ है. ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक राजधानी पहुंच चुके हैं. इस दौरान पीएम सुनक का 'जय सियाराम' से स्वागत हुआ. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे उन्हें रिसीव करने पहुंचे थे. ब्रिटिश पीएम सुनक का यह पहला भारतीय दौरा है. उनका स्वागत केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने किया. इस दौरान उनके मीडिया सलाहकार पंकज मिश्रा ने बताया कि केंद्रीय मंत्री चौबे ने ब्रिटेन के पीएम को उनके पूर्वजों की धरती पर स्वागत करते हुए 'जय सियाराम' से अभिवादन किया.
ऋषि सुनक को केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दी कि वह बिहार के बक्सर से सांसद हैं. बक्सर आध्यात्मिक रूप से प्राचीन काल से ही प्रसिद्ध नगर है. जहां भगवान श्री राम और उनके भाई लक्ष्मण ने गुरु महर्षि विश्वामित्र से शिक्षा प्राप्त की थी. यहां पर उन्होंने ताड़का वध किया था. ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक ने भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गाथा को उत्साह से सुना. उन्होंने पीएम सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति का भारत के दामाद और बेटी के रूप में भी स्वागत किया. अश्विनी चौबे ने कहा, भारत की धरती आपकी पूर्वजों की धरती है. यहां पर आने से सभी काफी उत्साहित हैं.
अश्विनी चौबे ने अयोध्या बक्सर समेत मां जानकी के जन्म स्थान सीतामढ़ी और बांका के मंदार पर्वत की आध्यात्मिक संस्कृति से भी पीएम सुनक को अवगत कराया. इस दौरान सुनक को रुद्राक्ष, श्रीमद्भागवत गीता और हनुमान चालीसा दी गई. वे तीन दिन के दौरे पर आए. ऋषि सुनक अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर है. इस दौरान वे पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे.
ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री सुनक ने कहा कि ब्रिटेन और भारत के बीच के रिश्ते दोनों देशों का भविष्य तय करने वाले हैं. आपको बता दें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू की रामकथा में शामिल हुए थे. यहां पर उन्होंने जय सियाराम का नारा बुलंद किया. मोरारी बापू की रामकथा सुनने पहुंचे ऋषि सुनक ने अपना संबोधन दिया था. यहां पर वे पीएम के रूप में नहीं, बल्कि हिंदू के रूप में जुड़े. उन्होंने कहा था कि मुझे ब्रिटिश होने के साथ हिंदू होने पर गर्व है.
Source : News Nation Bureau