बिहार में इस वर्ष वज्रपात से 161 लोगों की मौत, नीतीश ने सरकारी भवनों पर तड़ित चालक लगाने का दिया निर्देश
बिहार में इस वर्ष वज्रपात से 161 लोगों की मौत, नीतीश ने सरकारी भवनों पर तड़ित चालक लगाने का दिया निर्देश
पटना:
बिहार में इस साल अब तक वज्रपात से 161 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में राज्य में हो रही वज्रपात की घटनाओं पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की गई, जिसमें मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी भवनों में यथाशीघ्र तड़ित चालक लगाने का निर्देश दिया।बैठक में वज्रपात के संभावित खतरों के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने एवं वज्रपात से होने वाली मौत की घटनाओं में कमी लाने पर गहन विमर्श किया गया।
बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहार में पिछले 5 वर्षों की तुलना में इस वर्ष वज्रपात से होनेवाली मौत की घटनाओं में कमी देखी गई है।
उन्होंने बताया कि जून 2020 में वज्रपात से बिहार में कुल 144 लोगों की मौत हुई थी, वहीं जून 2021 में यह संख्या 92 थी जबकि इस साल यह संख्या घटकर 74 हो गई है। जुलाई 2020 में वज्रपात से हुई मौत की कुल संख्या 158 थीं, जुलाई 2021 में बज्रपात से 70 व्यक्तियों की मौत हुई थी, जबकि इस वर्ष अब तक जुलाई माह में कुल 39 लोगों की वज्रपात से मृत्यु हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा लोगों के बीच संभावित वज्रपात की पूर्व सूचना एवं उसके खतरों के प्रति लोगों को आगाह करने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके मद्देनजर एडवाइजरी भी जारी की गई है कि वज्रपात के समय क्या करें और क्या न करें।
आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि वज्रपात के संबंध में लोगों के बीच जारी की गयी एडवाइजरी और राज्य में निचले स्तर तक बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के कारण वज्रपात से होने वाली मृत्यु की घटनाओं में बिहार में कमी आई है।
इस वर्ष अब तक वज्रपात की हुई घटनाओं से संबंधित जिलावार प्रतिवेदन की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 5 जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों में वज्रपात से मृत्यु हुई है। इस वर्ष अब तक भागलपुर में वज्रपात से सबसे अधिक 13 लोगों की मौत हुई है जबकि गया में 10 लोगों की वज्रपात से मौत हुई है। वर्ष 2020 में वज्रपात से 459 लोगों की मौत हुई थी जो पिछले वर्ष 2021 में घटकर 280 रह गयी थी। इस वर्ष अब तक केवल 161 लोगों की मौत वज्रपात से हुई है।
समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बिहार के सभी शहरी और ग्रामीण इलाकों के सरकारी भवनों पर यथाशीघ्र तड़ित चालक लगाने के लिए विशेष अभियान चलायें सभी सरकारी स्कूलों, पंचायत भवन, कार्यालयों सहित अन्य सरकारी भवनों पर भी तड़ित चालक लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
उन्होंने निजी भवनों पर भी तड़ित चालक लगाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वज्रपात से हुई मौत पर मृतक के आश्रित को चार लाख रुपए का अनुग्रह अनुदान देने का प्रावधान है, यह अनुग्रह अनुदान ससमय पीड़ित परिजनों को उपलब्ध कराएं।
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