प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के संबोधन में गर्मजोशी से स्वागत के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का आभार जताया।
प्रधानमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा, 'शांति और विकास के लिए सहयोग महत्वपूर्ण है। नई तकनीक और डिजिटल इकॉनोमी पर ब्रिक्स देशों की मजबूत भागीदारी से विकास और पारदर्शिता को बढ़ावा दिया जा सकता है।'
प्रधानमंत्री ने स्मार्ट शहरों, शहरीकरण और आपदा प्रबंधन में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हम स्वास्थ्य, स्वच्छता, कौशल, खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा, शिक्षा, लैंगिक समानता सुनिश्चित करने और गरीबी उन्मूलन के मिशन पर हैं।
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उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देश (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) सौर ऊर्जा एजेंडे को मजबूत करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि यह किफायती, विश्वसनीय और टिकाऊ ऊर्जा हमारे देशों के विकास के लिए बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि ब्रिक्स ने दुनिया में सहयोग, स्थिरता और विकास के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार किया है।
गौरतलब है कि चीन ने सोमवार को ब्रिक्स देशों के बीच आर्थिक और तकनीकी सहयोग व आदान-प्रदान के लिए 50 करोड़ युआन (7.6 करोड़ डॉलर) देने की घोषणा की। चीन ने यह भी कहा कि वह 'न्यू डेवलपमेंट बैंक' को 40 लाख डॉलर आवंटित करेगा।
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चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नौवें ब्रिक्स सम्मलेन के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा, 'मैं यह घोषणा करना चाहता हूं कि चीन ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन व दक्षिण अफ्रीका) देशों के लिए आर्थिक और तकनीकी सहयोग की योजना के पहले चरण के लिए 50 करोड़ युआन का योगदान देना चाहता है।'
राष्ट्रपति ने कहा, 'चीन 'न्यू डेवलपमेंट बैंक' के दीर्घकालिक विकास के लिए 40 लाख डॉलर का योगदान देगा।'
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HIGHLIGHTS
- मोदी ने कहा शांति और विकास के लिए सहयोग जरूरी
- आर्थिक सहयोग के लिए चीन देगा 7.6 करोड़ डॉलर
Source : News Nation Bureau