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BrahMos firing Successful( Photo Credit : twitter)
ब्रह्मोस मिसाइल का मंगलवार को सफल परीक्षण हुआ. इसने एक बार फिर अपनी क्षमता को साबित किया है. इतना ही नहीं, इस घातक मिसाइल की सफलता यह भी दिखती है कि यह फ्रंटलाइन प्लेटफॉर्म से एकीकृत नेटवर्क-केंद्रित संचालन के लिए बिल्कुल तैयार है. मंगलवार को एक एडवांस मॉड्यूलर लॉन्चर से आईएनएस दिल्ली द्वारा सफल पहली ब्रह्मोस फायरिंग ने इसकी लंबी दूरी की स्ट्राइक क्षमता का प्रदर्शन किया. भारतीय शस्त्र बलों द्वारा पहले से ही ब्रह्मोस को शामिल किया जा चुका है. हालांकि, समुद्री और जमीनी लक्ष्यों को निशाना बनाने की इसकी क्षमता और प्रदर्शन में सुधार किया जा रहा है. पहली ब्रह्मोस फायरिंग ने एक बार फिर फ्रंटलाइन प्लेटफॉर्म से एकीकृत नेटवर्क-केंद्रित संचालन के सत्यापन के साथ ब्रह्मोस की लंबी दूरी की स्ट्राइक क्षमता का प्रदर्शन किया.
#WATCH Successful maiden BrahMos firing by INS Delhi from an upgraded modular launcher once again demonstrated long range strike capability of BrahMos along with validation of integrated network-centric operations from frontline platforms. pic.twitter.com/nZvG3Q2qhg
— ANI (@ANI) April 19, 2022
इसी वर्ष 20 जनवरी को भारत ने बालासोर के ओडिशा तट से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ का सफल परीक्षण किया था.
परीक्षण के सभी लक्ष्यों को हासिल कर लिया है
यह मिसाइल नवीनतम प्रौद्योगिकी से लैस है. बेहतर नियंत्रण प्रणाली समेत अन्य नई तकनीकों से लैस इस मिसाइल ने परीक्षण के सभी लक्ष्यों को हासिल कर लिया है. यह मिसाइल उन्नत स्वदेशी प्रौद्योगिकी और बेहतर प्रक्षेपवक्र तकनीक से लैस है जो इसके प्रदर्शन एवं क्षमता को बेहतरीन बनाती है.
HIGHLIGHTS
- भारतीय शस्त्र बलों द्वारा पहले से ही ब्रह्मोस को शामिल किया जा चुका है
- जमीनी लक्ष्यों को निशाना बनाने की इसकी क्षमता और प्रदर्शन में सुधार किया जा रहा है