प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) के एक सदस्य ने असम पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
पुलिस के अनुसार, बिक्रमजीत चेतिया उर्फ रंजीत असोम के रूप में पहचाने जाने वाला कैडर बुधवार को असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर पहुंच गया।
वह म्यांमार में संगठन के गुप्त ठिकाने से आ रहा था।
डिब्रूगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक श्वेतांक मिश्रा ने कहा, चेतिया चबुआ क्षेत्र का मूल निवासी है। वह पिछले साल जुलाई में उल्फा-आई शिविर में शामिल हुआ था। उसे म्यांमार के सागियांग प्रांत में स्थित प्रतिबंधित संगठन के शिविर में प्रशिक्षित किया गया था और बाद में मुख्यालय में तैनात किया गया था।
हालांकि, उल्फा-आई में शामिल होने के तुरंत बाद, वह हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने का इच्छुक था। पुलिस को चेतिया के परिजनों व रिश्तेदारों से सूचना मिली।
मिश्रा ने कहा, जब पुलिस ने उसे सहायता के लिए प्रतिबद्ध किया, तो चेतिया ने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। वह बिना किसी हथियार या गोला-बारूद के वापस आ गया।
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Source : IANS