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मप्र में पंचायतें कार्बन उत्सर्जन कम करेंगी !

मप्र में पंचायतें कार्बन उत्सर्जन कम करेंगी !

Updated on: 20 Dec 2021, 10:35 PM

भोपाल:

दुनिया के कई देश कार्बन उत्सर्जन की समस्या से जूझ रहे हैं, मध्य प्रदेश की ग्राम पंचायतें कार्बन उत्सर्जन कम करने की दिशा में प्रयास करने वाली हैं, जिससे उनकी आय भी बढ़ेगी। इस संबंध में इंदौर स्मार्ट सिटी लिमिटेड एवं पंचायत विभाग के शीर्ष अधिकारियों के बीच विस्तृत चर्चा हो चुकी है।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने कहा कि तेजी से बढ़ रही कार्बन उत्सर्जन की मात्रा को रोकने की ²ष्टि से पूरी दुनिया में हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये कार्पोरेट सेक्टर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर जागरूकता लाई जाना जरूरी है।

ज्ञात हो कि ग्लासगो पर्यावरण समिट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि प्राचीन काल में भारत ने ही दुनिया को सही जीवन-शैली का मूल मंत्र दिया था। उन्होंने आश्वासन दिया था कि ग्रीन हाउस प्रभाव को कम करने के लिए कार्बन उत्सर्जन की मात्रा को नियंत्रित करने के क्षेत्र में भारत द्वारा शीघ्र ही कुछ नया और अच्छा करने का प्रयास किया जायेगा। प्रधानमंत्री की इसी इच्छा के अनुरूप देश में इस क्षेत्र में प्रयास किये जा रहे हैं।

उन्होंने बताया है कि मध्यप्रदेश में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा क्रियान्वित कार्यक्रमों से कार्बन क्रेडिट अर्जित करने के लिए पर्यावरण अनुकूल योजनाएं संचालित की जायेंगी। मुख्य रूप से इनमें ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में सोलर विद्युत, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं निपटान के लिए अपशिष्ट से ऊर्जा, कम्पोस्ट निर्माण, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, बायोगैस आधारित परियोजनाएं, पशु अपशिष्ट प्रबंधन, गो-काष्ठ एवं गोवर्धन योजनाएं शामिल हैं। बडे पैमाने पर वृक्षारोपण गतिविधियां, वाणिज्यिक वृक्षारोपण, वनों की कटाई को रोकना, प्लास्टिक संग्रहण एवं रिसाईक्लिंग आदि के लिए गांव में योजनाबद्ध स्वरूप में काम किया जा रहा है।

उन्होंने बताया है कि, पहले चरण में कुछ जिलों में यह काम शुरू किया जाएगा। धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में काम किया जाएगा। इससे पंचायतों को मौजूदा परिसंपत्तियों से आय का अतिरिक्त स्त्रोत प्राप्त होगा। साथ ही इसके लिए अलग से कोई शुल्क नहीं देना होगा।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.