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इराक में मारे गए 38 भारतीयों का अवशेष विशेष विमान से भारत पहुंचा

इराक के मोसुल शहर में इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकियों के चंगुल में मारे गए 39 भारतीयों में 38 लोगों के अवशेष सोमवार को भारत पहुंच गया।

Updated on: 02 Apr 2018, 03:27 PM

highlights

  • 39 भारतीयों में 38 लोगों के अवशेष सोमवार को भारत पहुंच गया
  • अवशेष लाने वाला विमान पहले अमृतसर पहुंचा, फिर पटना जाएगा
  • रविवार को मोसुल के लिए रवाना हुए थे विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह

नई दिल्ली:

इराक के मोसुल शहर में इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकियों के चंगुल में मारे गए 39 भारतीयों में 38 लोगों के अवशेष सोमवार को भारत पहुंच गया।

इन 38 भारतीयों के अवशेष के साथ विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह अमृतसर में वायुसेना के विशेष विमान से लैंड किए।

अमृतसर में वी के सिंह ने कहा कि इराक सरकार ने हमारी बहुत मदद की।

रविवार को मोसुल पहुंचने से पहले वी के सिंह ने कहा था कि 39 लोगों में एक व्यक्ति का शव भारत नहीं लाया जाएगा क्योंकि उनका केस अब तक लंबित है।

भारत लौटने पर वी के सिंह पहले अमृतसर और फिर पटना जाकर मृतकों के परिवारों को उनका अवशेष सौपेंगे।

बीते 20 मार्च को राज्यसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इराक के मोसुल में 2014 में आतंकी संगठन आईएस द्वारा अगवा किए गए 39 भारतीयों की मौत की पुष्टि की थी।

मोसुल में मारे गए लोगों में 27 पंजाब के, बिहार के छह, चार हिमाचल प्रदेश के और पश्चिम बंगाल के लोग थे। बताया गया कि ये सभी मजदूर थे और इन्हें मोसुल में इराक की एक कंपनी में नियुक्त किया गया था।

साल 2014 में जब आईएस ने इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसुल को अपने कब्जे में लिया था, तब इन भारतीयों को बंधक बना लिया गया था।

सुषमा स्वराज ने कहा था, 'जनरल वी के सिंह इराक जाकर भारतीयों के अवशेष वापस लाएंगे। अवशेष लाने वाला विमान पहले अमृतसर पहुंचेगा, फिर पटना और उसके बाद कोलकाता जाएगा।'

उन्होंने कहा था कि रडार की मदद से भारतीयों के शवों का पता लगाया गया। शवों को कब्रों से निकाला गया और डीएनए जांच के जरिए पहचान की पुष्टि हो सकी है।

इससे पहले पिछले साल जुलाई 2017 में सुषमा ने कहा था कि वह ठोस सबूत के बिना 39 भारतीयों को मृत घोषित नहीं करेंगी।

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