बंगलुरू में प्री-स्कूल में एक बच्चे पर दूसरे बच्चे ने हमला कर दिया। इस घटना के सामने आने के एक दिन बाद, कर्नाटक की आम आदमी पार्टी (आप) इकाई ने शुक्रवार को कहा कि मोंटेसरी और प्री-स्कूलों पर सरकार का नियंत्रण जरूरी है।
घटना के संबंध में पार्टी के मीडिया कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आप के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मोहन दसारी ने कहा, बेंगलुरु जैसे कमर्शियल शहर में कपल्स को अपने परिवार का समर्थन करने और बढ़ती कीमतों जैसे ज्वलंत मुद्दों से निपटने के लिए काम पर जाना पड़ता है।
उन्हें अपने बच्चों को मोंटेसरी या डेकेयर सेंटरों में भेजना चाहिए। शहर में ऐसी सैकड़ों दुर्घटनाएं हो रही हैं क्योंकि मोंटेसरी मालिक केवल व्यावसायिक सोच रखते हैं और प्रशिक्षित कर्मचारियों को नियुक्त किए बिना पैसा कमा रहे हैं।
राज्य सरकार को ऐसी घटनाओं पर नजर रखने के लिए तुरंत उचित कदम उठाने चाहिए और सरकारी दिशानिर्देशों और सख्त नियमों को लागू करके उन पर अंकुश लगाना चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि बच्चों और अभिभावकों के हित में सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल बेंगलुरु सिटी के उपाध्यक्ष अशोक मृत्युंजय ने कहा कि एनसीईआरटी ने 2013 में ही एक रिपोर्ट दी और कहा है कि इसे 2016 तक लागू किया जाना चाहिए। सरकार ने अब तक रिपोर्ट के दिशा-निर्देशों को लागू नहीं किया है, यह सरकार की गैरजिम्मेदारी को दर्शाता है। उन्होंने मांग की कि शिक्षा मंत्री को तुरंत इस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और एक आयोग नियुक्त करना चाहिए।
पार्टी सचिव सुषमा वीर ने कहा कि सरकार को इस मामले में मातृत्व और मानवता की भावना दिखानी चाहिए। सरकार को बच्चों को बेहतर नागरिक बनाने के लिए इन प्राइवेट मोंटेसरी पर तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। वे दिल्ली में आप सरकार द्वारा संचालित मोंटेसरीज देख सकते हैं और राज्य में भी ऐसे ही स्कूल खोल सकते हैं।
सोशल मीडिया पर सामने आए चौंकाने वाले वीडियो में दिखाया गया है कि जब प्री-स्कूल में अटेंडेंट एक बच्चे के साथ कक्षा से बाहर जाता है, तो लड़का बार-बार लड़की पर हमला करता है। वीडियो में दिखाया गया है कि इस दौरान कई और बच्चे भी मौजूद थे। जब असहाय बच्चा बचाव करने की कोशिश करता है, तब भी लड़का उसे कोई मौका नहीं देता है और उसके ऊपर बैठ जाता है और वार करना जारी रखता है।
जिस वीडियो में हमला की शिकार हुई बच्ची की मां की आवाज है, उसमें दिखाया गया है कि मां अपने बच्चे को बेरहमी से पीटते देख रो रही है और सिसक रही है। अभिभावकों ने कक्षा में पांच मिनट तक किसी परिचारक की अनुपस्थिति और बच्चों को उनके हाल पर छोड़ दिए जाने पर प्रबंधन से सवाल किया है। पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया है और प्री-स्कूल के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर रही है।
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Source : IANS