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कोलकाता पोर्ट के बाद विक्टोरिया मेमोरियल का नाम बदलना चाहती है भाजपा

दो दिन के पश्चिम बंगाल के दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट कर उठाई मांग.

Updated on: 13 Jan 2020, 08:03 AM

highlights

  • कोलकाता पत्तन न्यास अब श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम से जाना जाएगा.
  • अब विक्टोरिया मेमोरियल का नाम बदलकर रानी लक्ष्मी बाई करने की मांग.
  • बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी के मुताबिक विक्टोरिया नाम घात का प्रतीक.

नई दिल्ली:

कोलकाता पोर्ट का नाम बदले जाने के बाद भाजपा ने अब विक्टोरिया मेमोरियल का नाम बदलकर रानी लक्ष्मी बाई करने की मांग की है. विक्टोरिया मेमोरियल इमारत संगमरमर की बनी हुई है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में कोलकाता पत्तन न्यास को श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने की घोषणा की थी. पीएम मोदी का कहना था कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारत में औद्योगीकरण के जनक थे, जिन्होंने एक राष्ट्र-एक संविधान के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया.

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स्वामी ने उठाई आवाज
दो दिन के पश्चिम बंगाल के दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट में कहा, 'मैं कोलकाता में नमो के इस कथन का स्वागत करता हूं कि इतिहास की समीक्षा की जानी चाहिए. उन्हें इस बयान का क्रियान्वयन विक्टोरिया मेमोरियल को रानी झांसी स्मारक महल के रूप में बदलकर करना चाहिए. क्वीन विक्टोरिया ने 1857 में रानी झांसी के साथ विश्वासघात के बाद भारत की कमान संभाली और 90 सालों तक भारत को लूटा.'

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ममता नहीं हुई थीं शामिल
हालांकि विपक्ष ने कोलकाता पत्तन का नाम बदलने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आड़े हाथों लिया था. उसका कहना था कि वह (पीएम मोदी) 'गेम चेंजर (महत्वपूर्ण बदलाव लाने)' के बजाय सिर्फ 'नाम बदलने वाले' रह गए हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्तन न्यास के कार्यक्रम में आना था लेकिन वह इसमें शामिल नहीं हुईं और न ही तृणमूल कांग्रेस का कोई मंत्री ही इस कार्यक्रम में शामिल हुआ.

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विपक्ष ने की आलोचना
ऐसे में बंदरगाह का नाम बदलने के प्रधानमंत्री के कदम की आलोचना करते हुए माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा जब नरेंद्र मोदी सत्ता में आए तो हमने सोचा कि सरकार महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी, लेकिन अब हम देख रहे हैं कि यह सरकार सिर्फ नाम बदलने वाली रह गई है. हालांकि, नाम परिवर्तन से बंदरगाह के प्रदर्शन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. ऐसे में अब विक्टोरिया मेमोरियल को लेकर स्वामी के ट्वीट पर भी विवाद खड़ा होना तय है.