2024 में होने वाले आगामी लोक सभा चुनाव में महिला मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा एक बड़ी मुहिम चलाने जा रही है। भाजपा को लगातार तीसरी बार लोक सभा चुनाव में विजयी बनाने के मिशन में जुटी भाजपा महिला मोर्चा ने देश की प्रत्येक लोक सभा सीट पर एक लाख कमल मित्र खड़ी करने की योजना बनाई है।
मोर्चे के आगामी कार्यक्रमों की रणनीति बनाने के लिए भाजपा की राष्ट्रीय महिला मोर्चा ने शनिवार को नई दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में महिला केंद्रित योजनाओं पर एक दिवसीय कमल मित्र प्रशिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें 33 राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों से 55 प्रतिभागी, 43 रिसोर्स पर्सन और 10 राष्ट्रीय पदाधिकारी उपस्थित रहें। इस वर्कशॉप में प्रोफेसर, वकील,रिसर्च स्कॉलर्स और आईटी प्रोफेशनल्स सहित कई अन्य महिला प्रोफेशनल्स भी शामिल हुए। आपको बता दें कि यह महिला पेशेवरों का रिसोर्स पर्सन का समूह है जो योजनाओं पर सत्र लेंगे और देश भर में महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी करेंगे।
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानाती श्रीनिवासन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महिला मोर्चा ने आने वाले संसदीय चुनावों के लिए अपना रोड मैप तैयार कर लिया है। मोर्चा हर महीने कार्यक्रम करेगा और साथ ही अपने कार्यकर्ताओं को कमल मित्र के रूप में प्रशिक्षित भी करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा महिलाओं को मजबूत और सशक्त बनाने के लिए किए जा रहे कामों का जिक्र करते हुए वानाती श्रीनिवासन ने आगे कहा कि महिला मोर्चा प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में एक लाख कमल मित्र को खड़ी करने जा रहा है जो देश की महिलाओं को योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करेंगी।
महिला मोर्चा की राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं इस कमल मित्र अभियान की सह प्रभारी नीतू डबास ने 15 योजनाओं पर प्रस्तुति देते हुए कार्यक्रम में मौजूद प्रतिभागियों के सवालों का जवाब भी दिया। उन्होंने इस अभियान को राज्य और जिला स्तर पर चलाने के टिप्स देते हुए कहा कि ऑनलाइन सत्रों में उन कार्यकतार्ओं की शिकायतों को भी सुना जाएगा जो महिलाओं को लाभार्थी बनाने में कठिनाइयों का सामना करते हैं और शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित मंत्रालयों को भी लिखेंगे।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS