भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को AIIMS से छुट्टी मिल गई है. अमित शाह (Amit Shah) को स्वाइन फ्लू (Swine Flu) होने के बाद दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. बीजेपी नेता अनिल बलूनी ने पार्टी अध्यक्ष के अस्पताल से डिस्चार्ज होने की जानकारी दी.खुद शाह ने ट्वीट कर बताया कि ईश्वर की कृपा से अब मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूँ और आज अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने आवास पर आ गया हूँ। मेरे स्वास्थ्य लाभ के लिए आप सभी के द्वारा प्रेषित शुभकामनाओं के लिए ह्रदय से आभारी हूँ.
इससे पहले अमित शाह ने ट्वीट के जरिए तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी. उन्होंने लिखा कि मुझे स्वाइन फ्लू हुआ है, जिसका उपचार चल रहा है. तबीयत खराब होने के कारण पश्चिम बंगाल (West Bengal) में अमित शाह (Amit Shah) की 20 जनवरी को मालदा में होने वाली रैली (Rally) टल गई थी.
अब यह रैली 22 जनवरी को होगी. अमित शाह अब 22 जनवरी को मालदा जाएंगे. 23 तारीख को वह बीरभूम के सूरी में रैली करेंगे. इसके बाद झारग्राम जिले में एक और रैली होगी. 24 जनवरी को अमित शाह दक्षिण 24 परगना के जयनगर में रैली को संबोधित करेंगे. इसके बाद नादिया जिले के कृष्णानगर में एक और रैली करेंगे.
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बता दें कि इससे पहले अमित शाह पर कांग्रेस नेता और कर्नाटक से राज्यसभा सांसद बीके हरिप्रसाद ने ने कहा था कि कर्नाटक में हमारे विधायकों के वापस लौटने से अमित शाह डर गए और उनको बुखार हो गया. उनको कोई आम बुखार नहीं हुआ है. उनको स्वाइन फ्लू (Pig Fever) हुआ है. अगर वह कर्नाटक की सरकार को गिराने की कोशिश करेंगे तो वह यह जान जाएं कि उनको सिर्फ स्वाइन फ्लू नहीं बल्कि उल्टी और लूज मोशन भी होगा.
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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने हरिप्रसाद पर हमला करते हुए कहा कि जिस तरह का गंदा और बेहूदा बयान कांग्रेस के सांसद बीके हरिप्रसाद ने अमित शाह के स्वास्थ्य के लिए दिया है, यह कांग्रेस के स्तर को दर्शाता है. अमित शाह फ्लू का उपचार करा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के नेताओं की मानसिक बीमारी का उपचार मुश्किल है.
रथयात्रा के लिए कोर्ट से नहीं मिली अनुमति
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में रथयात्रा का प्लान किया था, लेकिन राज्य सरकार ने अनुमति देने से मना कर दिया था. दलील थी कि वह सुरक्षा मुहैया नहीं करा सकती. इसके बाद बीजेपी कोलकाता हाईकोर्ट पहुंच गई. यहां बीजेपी को झटका लगा और रथयात्रा की अनुमति नहीं मिली, इस मामले में बीजेपी, सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थी. यहां भी शाह की बीजेपी को मात मिली. इसके बाद रैली की रणनीति बनी.
Source : News Nation Bureau