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मोदी के मंत्रियों को मिली पिछले चुनाव में हारने वाली 144 लोक सभा सीटों पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी, विरोधियों से भी करेंगे संपर्क

मोदी के मंत्रियों को मिली पिछले चुनाव में हारने वाली 144 लोक सभा सीटों पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी, विरोधियों से भी करेंगे संपर्क

Updated on: 26 May 2022, 12:35 AM

नई दिल्ली:

एक तरफ जहां भाजपा मोदी सरकार के 8 साल का कार्यकाल पूरा होने पर देशभर में मेगा जश्न मनाने की तैयारी कर रही है तो वहीं इसके साथ-साथ 2024 में होने वाले आगामी लोक सभा चुनाव में भी लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने की रणनीति भी बना रही है।

बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में सरकार के मंत्रियों के साथ हुई बैठक में मोदी सरकार के मंत्रियों को 144 ऐसी लोक सभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई। जिन सीटों पर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। ये 144 लोक सभा की वो सीटें हैं जिन पर भाजपा को 2019 में कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा था या जिन सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा दूसरे या तीसरे नंबर पर रही थी। इन सभी लोक सभा क्षेत्रों में मोदी के मंत्री तीन दिनों तक प्रवास कर, भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास करेंगे। प्रवास के बाद सभी केंद्रीय मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों की रिपोर्ट पार्टी संगठन को सौंपेंगे।

भाजपा ने इसे लोक सभा प्रवास योजना का नाम दिया है। आगामी लोक सभा चुनाव में इन 144 सीटों को लेकर विशेष रणनीति बनाते हुए यह तय किया गया है कि मोदी सरकार के तमाम मंत्री इन लोक सभा क्षेत्रों में तीन दिनों का प्रवास करेंगे। इन लोक सभा क्षेत्रों में प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री वहां जाकर प्रेस कांफ्रेंस करेंगे और इसके साथ ही सरकार की उपलब्धियों की जानकारी आम जनता तक भी पहुंचाएंगे। मोदी के मंत्री इन लोक सभा क्षेत्रों में प्रवास के दौरान सरकार की योजनाओं से लाभ उठाने वाले लाभार्थियों के साथ-साथ समाज के अलग-अलग तबकों के मतदाताओं के साथ भी संपर्क और संवाद स्थापित करेंगे। प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री कोरोना से मरने वाले व्यक्तियों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। इन्हे नये मतदाताओं के साथ भी खास तौर पर संपर्क स्थापित करने को कहा गया है।

इन 144 लोक सभा सीटों पर भाजपा का जनाधार बढ़ाने और मंत्रियों के प्रवास के कार्यक्रम को ज्यादा से ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए पार्टी ने इन लोक सभा क्षेत्रों में आने वाली सभी विधान सभा सीटों का राजनीतिक गणित, जातीय स्थिति, महिला, युवा, गरीब और लाभार्थियों की संख्या का पूरा डेटा बैंक बनाने का भी फैसला किया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार की बैठक में इस योजना को पूरा रोडमैप तैयार किया गया है। लोक सभा प्रवास योजना के तहत केंद्रीय मंत्री अगले महीने से इन 144 लोक सभा क्षेत्रों में प्रवास करना शुरू कर देंगे। पार्टी का यह अभियान 2024 के लोक सभा चुनाव होने तक चलेगा। इसके लिए पार्टी ने त्रि-स्तरीय समिति के गठन का भी फैसला किया है। केंद्रीय स्तर की पहली समिति में राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को शामिल किया जाएगा, जो लोक सभा क्षेत्रों में केंद्रीय मंत्रियों के प्रवास को लेकर प्रदेश स्तरीय टीमों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम बनाएगी और उसकी सफलता पर भी निगरानी रखेगी। सभी राज्यों में प्रदेश स्तर पर भी इसी तरह की समिति का गठन किया जाएगा और तीसरे स्तर की समिति कलस्टर स्तर की होगी। प्रत्येक स्तर पर प्रभारियों की नियुक्ति और निगरानी की पुख्ता व्यवस्था भी बनाई जाएगी। इसके साथ ही इन सभी 144 लोक सभा सीटों पर अलग से लोक सभा प्रभारी, लोक सभा संयोजक और सोशल मीडिया जैसी 12 विभिन्न टीमों का भी गठन किया जाएगा।

सबसे खास बात यह है कि, भाजपा ने अपने केंद्रीय नेताओं को कम से कम 6 घरों तक व्यक्तिगत तौर पर संपर्क स्थापित करने को भी कहा है और इन 6 घरों में से 2 भाजपा कार्यकर्ताओं के होने चाहिए, 2 घर पार्टी की विचारधारा को पसंद करने वाले शुभचिंतक परिवारों के और 2 घर विरोधी दल के कार्यकर्ताओं के होने चाहिए।

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