बीजेपी सांसद ने लोकसभा में पूछा, 2001 से दार्जिलिंग में क्यों नहीं हुए पंचायत चुनाव?
भाजपा के युवा सांसद राजू बिष्ट ने कहा, "दार्जिलिंग एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर लोकप्रिय है. इंटरनेशनल एजूकेशन हब भी है. कभी दार्जिलिंग देश के लिए गौरव रहा है
नई दिल्ली:
भारतीय जनता पार्टी के सांसद राजू बिष्ट ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर दार्जिलिंग हिल्स एरिया की जनता के साथ सौतेला बर्ताव करने का आरोप लगाया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार पर दार्जिलिंग की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार से क्षेत्र की समस्याओं का स्थाई राजनीतिक समाधान निकालने की मांग की है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने 2001 से दार्जिलिंग और तराई क्षेत्र में पंचायत चुनाव न कराने का मुद्दा भी उठाया है. जिससे दार्जिलिंग की जनता पंचायतीराज व्यवस्था के लाभों से वंचित है.
भाजपा के युवा सांसद राजू बिष्ट ने कहा, "दार्जिलिंग एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर लोकप्रिय है. इंटरनेशनल एजूकेशन हब भी है. कभी दार्जिलिंग देश के लिए गौरव रहा है. लेकिन, बंगाल सरकार की उपेक्षा के कारण दार्जिलिंग क्षेत्र आज तमाम संकटों से जूझ रहा है. 2001 से दार्जिलिंग में पंचायत चुनाव ही नहीं हुए. पिछले 20 साल से जमीनी शासन व्यवस्था से यह क्षेत्र वंचित रहा है."
राजू बिष्ट ने बीते शुक्रवार को लोकसभा में दार्जिलिंग का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है. यहां के युवा काफी हुनरमंद और प्रतिभाशाली हैं. मगर, राज्य सरकार की ओर से रोजगार की व्यवस्था न किए जाने पर स्थानीय युवा पलायन करने के लिए मजबूर हैं. दार्जिलिंग के प्रतिभाशाली युवा दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई आदि स्थानों पर रोजगार खोजने के लिए मजबूर हैं. उन्होंने कहा, "शासन की उपेक्षा के कारण हमारी शैक्षिक व्यवस्था और स्वास्थ्य प्रणाली ध्वस्त हो रही है. ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बुरा हाल है. मैं केंद्र सरकार से संविधान के दायरे में दार्जिलिंग क्षेत्र की समस्याओं के स्थाई समाधान के लिए कोशिशें करने की मांग करता हूं."
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